बसों में भेड़ बकरियों की तरह लोगों को भरकर और छतों पर बैठाकर बस संचालक तोड़ रहे कायदे कानून

मुज़फ्फरनगर – बसों में भेड़ बकरियों की तरह लोगों को भरकर और छतों पर बैठाकर बस संचालक तोड़ रहे कायदे कानून। परिवहन विभाग एंव कई थानो की नाक के नीचे से बेख़ौफ़ होकर निकलते हैं ।जनपद मुज़फ्फरनगर में अवैध डग्गामारी(लिमिट से अधिक सवारियां बैठाना) का खेल रुकने का नाम नही ले रहा है फिर चाहे क्यों न कोई बड़ा सड़क हादसा ही क्यों न हो जाए ।सम्बंधित विभाग की नींद भी उस वक्त टूटती है जब किसी बड़े सड़क हादसे में उनकी जवाब देही होती है।

दरअसल जनपद में अवैध रूप से डग्गामारी का यह खेल कोई नया नही है इस खेल को काफी समय बीत चूका है जिसमे छोटे वाहनों जैसे जीप, छोटा हाथी, बोलेरो ,पिकअप आदि से लेकर बड़ी बड़ी बसें भी शामिल है।जनपद में यह खेल शामली बस स्टेंड, सहारनपुर बस स्टेंड,भोपा रोड पर स्थित नया बस स्टेंड और जानसठ रोड पर जानसठ बस स्टेंड है जहां से हर रोज सैंकड़ों बसे,कार,जीप,बोलेरो,छोटा हाथी आदि वाहन खूब धड़ल्ले से परिवहन विभाग एंव स्थानीय पुलिस की नाक के नीचे जहां एक तरफ सवारियों को बस के अंदर भेड़ बकरियों की तरह तो भरते ही हैं साथ ही साथ उन्हें बसों की छतों पर भी बैठाकर ले जाते है फिर चाहे कोई बड़ा सड़क हादसा ही क्यों न हो जाएं।

अगर विश्वस्त सूत्रों की माने तो बस संचालकों का तो यहां तक कहना है की साहब हम करें तो क्या करें जब ऊपर महीना जो पहुँचाना है ।वहीं दूसरी तरफ यूपी रोडवेज को भी लाखों का चुना यहां खुले आम लगाया जा रहा है जिसके चलते सहारनपुर से मेरठ तक चलने वाली कई प्राइवेट बसे जिन्हें मेरठ अम्बाला के नाम से भी पुकारा जाता है । ये बसे शहर के महावीर चौक पर स्थित बड़े पेड़ के नीचे आराम से खड़ी होकर अपनी सवारियां भर्ती हैं और आगे चली जाती है जबकि यहां नगर मजिस्ट्रेट के आदेश के चलते कोई भी सवारी गाड़ी खड़ा करना मनाही है जिसमे जुर्माना भी लगना लिखा हुआ है और तो और यहां ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी हर समय मौजूद रहते हैं लेकिन उनकी नाक के नीचे भी यहां खुले आम नगर मजिस्ट्रेट के आदेशों की भी अवेहलना हो रही है ।उधर शाम होते ही शामली बस स्टेंड, भोपा रोड और जानसठ बस स्टेंड पर किस तरह लोग मौत का सफर तैय करके अपने घरों को लौटते है आप भी देखें।।क्या जिलाधिकारी महोदय इस तरफ भी ध्यान देंगे ।

रिपोर्ट भगत सिंह

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