बरेली। गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह ने बरेली मे भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। हार्टमैन रामलीला मैदान में दोपहर करीब दो बजे उन्होंने भारत माता की जय से अपने भाषण की शुरुआत की। शाह के निशान पर सपा और कांग्रेस रही। अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर जमकर तंज कसे। अमित शाह ने कहा कि घमंडिया गठबंधन चुनाव लड़ रहा है। शहजादे ने चुनाव का आरंभ भारत जोड़ो से शुरू किया था। अमित शाह ने तंज करते हुए कहा कि अब चार जून के बाद कांग्रेस ढूंढो यात्रा शुरू होगी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यूपी के सीएम बनना चाहते हैं तो राहुल को सोनिया गांधी पीएम बनाना चाहती है। दो चरण के चुनाव मे दूरबीन से भी कांग्रेस नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश के अर्थतंत्र को दुनिया के तीसरे नंबर का अर्थतंत्र बनाने का चुनाव है। तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का चुनाव है। आतंकवाद और नक्सलवाद समाप्त करने का चुनाव है। कांग्रेस की सरकार में पाकिस्तान से आलिया, मालिया, जमालिया घुसकर धमाके करते थे। 2014 में मोदी की सरकार बनने के बाद नक्सलवाद और आतंकवाद को कंट्रोल किया गया। पूरी और पुलवामा की घटना का 10 दिन के अंदर पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक करके बदला लिया। अमित शाह ने आतंकवाद और नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील की। उन्होंने कांग्रेस पर 70 साल तक अयोध्या के राम मंदिर के प्रकरण को लटकाने का आरोप लगाया। कहा, वोट बैंक नाराज होने के डर से रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हुए सोनिया, प्रियंका और अखिलेश। प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में अनुच्छेद 370 को हटाकर कश्मीर को आतंकवाद से मुक्त कराया। अमित शाह ने सांसद संतोष गंगवार को अलग भूमिका देने का ऐलान भी किया। बोले, पार्टी संतोष गंगवार की अलग भूमिका के बारे मे विचार कर रही है। कहा कि सपा के समय में यूपी में देसी कट्टे बनाने कारखाने थे। आज कट्टों की जगह तोप और मिसाइल बनाने का कारखाना लगा, जो पाकिस्तान को गोले बरसाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस परिवारवाद पार्टी हैं। अखिलेश यादव को यादव समाज मानता है हमारे नेता है लेकिन कन्नौज से खुद अखिलेश चुनाव लड़ रहे हैं। मैनपुरी से डिंपल, फिरोजाबाद से अक्षय, बदायूं से आदित्य और आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव है। गृहमंत्री ने कहा कि सपा की सरकार में पूरी यूपी दंगों की आग में झोंका हुआ था। 2010 और 2012 में बरेली में भीषण दंगे हुए। सपा और कांग्रेस वाले कहीं बरेली वालों के साथ खड़े नहीं हुए। 2017 साल में भाजपा की सरकार बनी। योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने। उन्होंने यूपी को दंगा मुक्त कराने का काम किया। वेस्ट यूपी से सपा के राज में पलायन होता था। योगीराज में गुंडों का पलायन हो रहा है। इस दौरान मंच पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितेंद्र प्रसाद, दिल्ली संयोजक रैली संयोजक रजनीकांत महेश्वरी, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, सांसद संतोष गंगवार भाजपा प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार, मेयर उमेश गौतम, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव