बच्चों को बुखार आने पर लक्षणों पर दें ध्यान:इस वक्त बुखार डेंगू, मलेरिया या हेपेटाइटिस भी हो सकता है

*डॉक्टर की सलाह पर खून का परीक्षण भी कराएं

आगरा- आगरा में इस वक्त वायरल बुखार फैल रहा है। आसपास के जनपदों में डेंगू-मलेरिया के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। इस स्थिति में बच्चों को बुखार आने पर सतर्क रहने और लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत है।

सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के प्रमुख अधीक्षक और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज यादव ने बताया कि इस वक्त बुखार के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को बुखार आए तो इसमें लापरवाही न करें। इस वक्त बुखार डेंगू, मलेरिया, वायरल और हेपेटाइटिस भी हो सकता है। इसलिए बच्चों को बुखार आने पर उन्हें डॉक्टर को दिखाएं और उनकी प्राथमिक तौर पर खून की जांच भी कराएं।

डॉ. यादव ने बताया कि इस वक्त आ रहे बुखार में बच्चों को उल्टी इत्यादि की शिकायत आ रही है। ऐसे में उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है, बच्चे का खाना भी बंद हो जाता है। इस स्थिति में शरीर का खून गाढ़ा होने लगता है। इस स्थिति में माइक्रो लेवल पर हाइपोक्सिया की स्थिति बन जाती है। इस स्थिति से बचने के लिए बच्चे को बुखार आने पर उनके लक्षणों पर ध्यान दें। यदि उल्टी, पेट दर्द इत्यादि हो तो तुरंत डॉक्टर को बताएं। पानी को उबालकर पिलाते रहें व ओआरएस का घोल बच्चे को पिलाएं।

डॉ. यादव ने बताया कि बुखार आने से पहले ही बचाव करना ज्यादा जरूरी है। इसलिए बुखार से बचाव के लिए मास्क जरूर पहनें। इससे वायरल की रोकथाम होगी। इसके साथ ही पानी को इस वक्त उबालकर पिएं। अपने आसपास साफ-सफाई रखें और मच्छरों को पनपने न दें। कूलर इत्यादि में भरे पानी को साफ करते रहें। पूरी बाजू के कपड़े बच्चों को पहनाएं। मच्छरदानी का उपयोग करें।

ये करें
-मास्क का उपयोग करें
-मच्छरदानी का उपयोग करें
-अपने आसपास जलभराव न होने दें
-फुल आस्तीन के कपड़ें पहनें
-बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

– योगेश पाठक आगरा

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