प्रशासन की सख्ती के बाद तीस टन हरी सब्जी मंडियों में बर्बाद, नही आये फुटकर दुकानदार

बरेली। डेलापीर मंडी में मंगलवार को प्रशासन की सख्ती ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी। सख्ती के चलते ठेले कम निकलने की वजह से मंडी में आधी से ज्यादा सब्जियां बिना बिके रह गईं। जिस वजह से करीब 25 से 30 टन हरी सब्जी और फल मंडी में ही सड़ गए। लोकल मार्केट और बाहर से सब्जियों की भारी आवक के बीच फुटकर दुकानदार न पहुंचने से सोमवार को बिक्री प्रभावित हुई। प्रशासन की सख्ती की वजह से मंडी के थोक विक्रेताओं का पूरा कारोबार चौपट हो गया। मंडी के आढ़तियों ने बताया बिक्री के लिए बड़ी संख्या में हरी सब्जियां खरीद कर रखी थी। मगर सोमवार को आधे से भी कम ठेले वाले मंडी पहुंचे। इसके अलावा गांव देहात से आने वाले लोग भी सख्ती की वजह खरीदारी को मंडी नहीं पहुंच पाए। मंडी में घटी भीड़ की बजह से करीब 25 से 30 टन हरी सब्जियां बर्बाद ही गई। सब्जियां बर्बाद होने से व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान हो गया।
बिना पास कैसे आए मंडी : व्यापारी
मंगलवार को प्रशासन की सख्ती की वजह से मंडी के थोक कारोबारियों को कारोबार करना मुश्किल हो गया है। अभी तक मंडी प्रशासन की ओर से विक्रेताओं को कोई पास नहीं दिए गए। पास न होने से मंगलवार को पुलिस ने कई विक्रेताओं को रास्ते से वापस लौटा दिया। जिस वजह से मंडी की कई दुकानें खुल ही नहीं पाई। पुलिस सख्ती से दुकान न खुल पाने की शिकायत विक्रेताओं ने मंडी सचिव से भी की। मंडी सचिव को सौंपे ज्ञापन में व्यापारियों ने पास जारी किए जाने की मांग की।
दुकानों के आगे फड़ लगे तो आढ़ती जिम्मेदार
आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए मंडी प्रशासन ने दुकानों के सामने फुटकर विक्रेताओं के फड़ लगने पर पाबंदी लगा दी है। मंडी सचिव ने भीड़भाड़ वाले दुकानदार चिह्नित कर उनके नाम चेतावनी जारी की की है। इसके अनुसार अगर दुकानों के सामने फड़ लगे तो संबंधित आढ़ती पर कार्रवाई की जाएगी।।

– बरेली से कपिल यादव

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