प्रवासी भारतीय ही हमारी ताकत हैं – राष्ट्रपति

*बनारस में सम्मेलन आयोजित कर इसे और खास बना दिया गया है-राष्ट्रपति

*प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान जो चर्चाएं एवं संवाद हुई है, उसे निरंतरता प्रदान की जाएगी-योगीआदित्यनाथ

वाराणसी- राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि प्रवासी भारतीय ही हमारी ताकत हैं। आज उन्हें सम्मानित कर खुद को अभिभूत महसूस कर रहा हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि इस बार का आयोजन खास है। इस बार प्रवासी दिवस आयोजन में कुंभ व 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह को भी शामिल किया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार को वाराणसी में आयोजित तीन दिवसीय 15वे प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे प्रवासियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह सम्मान अपार संभावनाओं का द्वार खोलने में सक्षम है। भारत इन दिनों व्यापक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। इस परिवर्तन से भारत के सभी पहलू जुड़े हैं। मैं चाहता हूं कि भारत के नवनिर्माण की कहानी में प्रवासी भारतीयों का भी महत्वपूर्ण किरदार हो। राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा, सेहत, समाज, खेल, पर्यटन, विज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान, कृषि आदि सभी क्षेत्र जारी व्यापक परिवर्तन भारत को दुनिया में सुपर पावर के रूप में स्थापित करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। राष्ट्रपति ने दुनिया भर में फैले भारतीयों को संदेश दिया कि भविष्य में उनका भारत आना और रहना, भारत के साथ मिलजुल कर काम करना बेहद आसान होने वाला है। इसके लिए विदेश मंत्रालय ने पारदर्शी कार्ययोजना तैयार की है। श्री कोविंद ने कहा कि भारत करोड़ों विचारों एवं करोड़ों युक्तियों का देश है। भारत देश में अपार और असीमित संभावनाएं हैं। एक समय ऐसा था जब भारत ब्रेनड्रेन की समस्या से जूझ रहा था। आज वह ब्रेनगेन की स्थिति में आ पहुंचा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि भारत के बाहर अपना मान सम्मान और कद बढ़ाने के लिए आपने जो संघर्ष यात्राएं की हैं, अब उनके परिणाम सामने आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि मॉरीशस, नॉर्वे, अमेरिका और न्यूजीलैंड आदि कई देशों में भारतीय मूल के लोग शीर्ष पदों पर विराजमान हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि बनारस में प्रवासी भारतीय सम्मेलन होना अपने आप में इसकी बड़ी विशिष्टता है। सम्मेलन के बहाने न सिर्फ उन्हें दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यता के दर्शन का अवसर मिला है बल्कि वे दुनिया के सबसे दुर्लभ आयोजन कुंभ का भी हिस्सा बनेंगे।
उन्होंने कहा कि बनारस में सम्मेलन आयोजित कर इसे और खास बना दिया गया है। यहां देखने को बहुत कुछ है तो दूसरी ओर कुम्भ भी अलौकिक है। उम्मीद करता हूं कि आप सभी यहं भ्रमण कर आनंदित होंगे। यह आयोजन एेसा है जिसके जरिये आप आपनी जड़ों से जुडते हैं और अपनों के बीच होते हैं। भारतवंशियों से अपेक्षा जताते हुए कहा कि नये भारत के निर्माण में आप सभी सहभागी बनें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने स्वाधीनता के लिए जिस आंदोलन को आगे बढ़ाया था। उसमें हमारे प्रवासियों का अहम भूमिका रहा। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया में आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरा है। 15वां प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी में आयोजित इस तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान जो चर्चाएं एवं संवाद हुई है, उसे निरंतरता प्रदान की जाएगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि प्रवासियों के अनुभव का लाभ प्राप्त कर सकेंगे। प्रयागराज की धरती प्रवासियों के स्वागत के लिए उत्सुक है। मारीशस के प्रधानमंत्री प्रवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत है।
केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राष्ट्रपति सहित प्रवासियों का स्वागत करते हुए बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की परंपरा है कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री एवं समापन राष्ट्रपति करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रवासियों द्वारा इलाहाबाद के कुंभ एवं गणतंत्र दिवस परेड में सम्मिलित होने की इच्छा जताए जताई जाने पर जाने पर प्रवासी दिवस कार्यक्रम की तिथियों में परिवर्तन किया गया। उन्होंने बनारसियों एवं भारतवंशियो की तरफ से भी राष्ट्रपति का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा किया गया था। 2015 से पूर्व यह प्रतिवर्ष मनाया जाता था और 15 प्रवासी भारतीयों को सम्मानित किया जाता रहा। किन्तु 2015 से प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम को प्रत्येक दूसरे वर्ष मनाया जाता है। लेकिन प्रवासियों को सम्मानित किए जाने में कोई कमी नही किया गया और इसीलिए इसकी संख्या 30 कर दी गई है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रवासी भारतीय सम्मान एवार्ड क्रमशः निहाल सिंह अगर आस्टेलिया सोशल सर्विस, राजेन्द्र नाथ खजांची भूटान सिविल इंजीनियरिंग, रमेश छोटाई कनाडा बिजनेस, अमित वायकर चीन बिजनेस, इंडियन कम्यूनिटी एसोसिएशन इन इज्प्टि इजिप्ट कम्यूनिटी सर्विस, मालिनी रंगनाथन पफांस एकेडमिक एंड आटर्स, गुयाना हिन्दू धार्मिक सभा गुयाना कम्यूनिटी सर्विस, भिताल दास माहेश्वरी इटली बिजनेस, गुनाशेखर मुपुरी जमाएका मेडिकल साइंस एंड इंटरप्रीयूनरशिप, पीवी संबाशिव राव केन्या टेक्नॉलाजी, प्रकाश माधव दास हेडा केन्या मेडिकल साइंस, राजपाल त्यागी कुवैत आर्किटेक्चर, बनवारी लाल सत्यनारायण गोयनका म्यांमार बिजनेस मैनेजमेंट, भवदीप सिंह ढिल्लन न्यूजीलैंड बिजनेस, हिमांशु गुलाटी नार्वे पब्लिक सर्विस, विनोदन वैरमवेली थाजिकुनील ओमान बिजनेस, जगदेश्वर राव मदुकुरी पोलैंड इंटरप्रीयूनरशिप, पूणेन्दु चंद तिवारी कतर टेनिंग एंड स्टीमूलेशन, अनिल सुकलाल साउथ अफ्रीका डिप्लोमेसी, स्वामी सारदाप्रभानंद साउथ अफ्रीका कम्यूनिटी सर्विस, राजेन्द्र कुमार जोशी स्विटरलैंड साइंस, शमीम परकर खान तनजानिया पब्लिक सर्विस, गिरिश पंत यूएई बिजनेस, सुरेन्द्र सिंह खंडारी यूएई बिजनेस, जुलेखा दाउद यूएई मेडिकल साइंस एंड बिजनेस, राजेश चापलोट युगांडा चार्टेड एकाउंटेंटस, चंद्रशेखर मिश्र यूएसए साइंस, गीता गोपीनाथ यूएसए एकेडमिक्स, गिरिश जयंतीलाल देसाई यूएसए स्टक्चरल इंजीनियरिंग तथा किरन छोटीभाई पटेल यूएई मेडिकल साइंस को दिया।
धन्यवाद ज्ञापन विदेश राज्यमंत्री जनरल वी0 के0 सिंह ने किया। इस अवसर पर मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, विदेश मन्त्री सुषमा स्वराज, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विदेश राज्यमंत्री वी0के0 सिंह व अन्‍य गणमान्‍य अतिथि मौजूद रहे।

रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय नेशनल हेड (AV News)

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