धूँ धूँ कर जले रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतले, दर्शकों का उमड़ा सैलाब

हरिद्वार/रुड़की- शहर में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी शुक्रवार को उत्साह और श्रद्धापूर्वक मनाया गया। लोगों ने बुराई के प्रतीक रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले दहन के साथ सामाजिक बुराइयों को खत्म करने का संकल्प लिया। धार्मिक परम्पराओं के बीच शहर के विभिन्न दशहरा मैदानों समेत दस पुतले दहन किए गए। जैसे ही सत्य के प्रतीक भगवान राम ने अहंकारी रावण के पुतले पर अग्नि बाण चलाया वैसे ही रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतले आतिशबाजी के धूमधड़ाके के साथ धू-धू करके जल उठे। अहंकार और अधर्म के प्रतीक रावण, मेघनाद व कुंभकरण के पुतलों जब दहन किया गया तो दशहरा मैदान श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। आतिशबाजी और पटाखों की तेज आवाज के साथ रावण के पुतलों का दहन किया गया।रावण और उसके कुनबा दहन का नजारा देखने सभी दशहरा मैदानों में अप्रत्याशित भीड़ उमड़ी। उमड़े जनसैलाब को देखकर पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। रावण दहन से पहले शहर के विभिन्न इलाकों में भगवान राम, लक्ष्मण, सीता व हनुमान जी की मनमोहक झांकियों की शोभायात्रा निकाली गई। रुड़की नेहरू स्टेडियम में रामलीला समिति बीटी गंज एवं रुड़की रामनगर मूलराज कन्या इंटर कॉलेज के मैदान में रामलीला समिति श्री सनातन धर्म रामलीला कमेटी की ओर से रावण कुंभकरण मेघनाथ के पुतले दहन किए गए। श्री राम लीला समिति बीटी गंज की ओर से विजयदशमी के उपलक्ष में रावण कुंभकरण मेघनाथ कि तीनों पुतलो के दहन से पूर्व श्री राम की आरती मुख्य यजमान शरद गुप्ता आईएमए, चेयरमैन एडवोकेट नवीन जैन,नगर विधायक प्रदीप बत्रा, एवं अतिथियों में सुरेश वर्मा राधिका टेक्सटाइल पूर्व विधायक सुरेश चंद जैन सचिन गुप्ता, राम अग्रवाल,गौरव गोयल चौधरी, धीर सिंह, एवं समिति अध्यक्ष सुबोध गुप्ता, उपाध्यक्ष नवनीत गर्ग, महामंत्री सौरभ सिंघल, संयोजक मनोज अग्रवाल, रजनीश गुप्ता, प्रबंधक राकेश गर्ग,कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन, सहित समिति के आशीष अग्रवाल,वरुण गोयल, नीरज सिंघल ,सावित्री मंगला, सागर गोयल, विशाल गुप्ता ,विशु सैनी,सागर सैनी,वरुण जैन, सुमित चौहान, निखिल तायल ,गौरव मेहंदीरत्ता, योगेश गर्ग, पंकज सिंघल, हर्षित गुप्ता, अभिषेक मित्तल, संजीव गोयल, संजय गुप्ता, चिराग अरोड़ा, दीपांकर गुप्ता, संदीप राणा ,आदि समिति के सदस्य एवं पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।

इस दौरान मैदान में राम-रावण संवाद और राम रावण के बीच भीषण युद्ध के मंचन के बाद ही पुतलों को अग्नि दी गई। रावण के पुतले में आग लगते ही सिर धड़ हाथ पैर के अलग-अलग हिस्से धू-धू करके जलने लगे। लोग परंपरा के मुताबिक जलते हुए रावण की लकड़ियों को घर ले गए। श्री राम लीला समिति बीटी गंज रुड़की के तत्वाधान में गाजे-बाजे के साथ झांकियां निकाली गई। शहर की कालोनियों से हजारों लोग शहर के प्रमुख बाजारों में झांकियां देखने के लिए जमा हो गए। हजारों की तादाद में लोग बाजार की दुकानों की छतों पर मौजूद थे। इस दौरान पुलिस व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद रही।
दशहरा मैदान के मेलों में बच्चों की मस्ती
दशहरा मैदानों में बच्चों ने खूब मस्ती की। बच्चों के लिए मेलों में झूले, ऊंट-हाथी की सवारी, खेल खिलौने, चाट पकौड़ी का भरपूर इंतजाम था। कुछ बच्चे झूलों पर व्यस्त रहे, तो कुछ सवारी करने में व्यस्त रहे। दशहरा मेले के चलते दशहरा मैदान की सड़कों पर नोइंट्री की गई। शुक्रवार को सुबह ही लोग अपने बच्चों को मेला घूमाने पहुंचने लगे। लोगों ने बुराई के प्रतीक रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले दहन के सेल्फी ली। मैदान के बाहर दुकाने लगी हुई थी। रावण जलने के बाद देर रात में लोग अपने बच्चों को मेले की मस्ती कराने पहुंचे।
वहीं दूसरी ओर रुड़की रामनगर मूल राज कन्या इंटर कॉलेज के मैदान में रावण दहन से पूर्व भगवान श्रीराम की शोभायात्रा वानर सेना के साथ मैदान में पहुंची जहां रावण सेना में राम सेना के बीच जमकर युद्ध हुआ। इस दौरान रामनगर में भी भारी भरकम भीड़ मौजूद रही। दौरान समिति के शादी लाल लाखनी,अमित चितकारा,धर्मपाल लखानी, सतीश कालरा, गुलशन अनेजा, संजीव अरोड़ा,संजय अरोड़ा,गुलशन बत्रा, सुरेंद्र कुमार अरोड़ा,रत्नाकर शर्मा, गुलशन अनेजा,मनमोहन शर्मा,केडी अरोड़ा, संजय अरोड़ा,दीपक बतरा, पंकज सतीजा,आदि ने व्यवस्थाएं संभाली।

– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।