बरेली -गायत्री चेतना केंद्र मुंशीनगर में दो दिवसीय प्रयागराज कुम्भ में समयदानी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण,शांतिकुंज के वरिष्ठ प्रतिनिधि श्रेध्य श्री योगेश शर्मा जी के निर्देशन में सम्पन्न हुआ ।जिसमें उतर जोन के प्रखर ओजस्वी वाणी से महाकाल की युगनिर्माण योजना को समझाते हुए लोकसेवियों को दिशाबोध कराते हुए उनके आचरण, चिंतन, व्यवहार, चरित्र कैसा हो विस्तार से समझाया ।संगठन के महत्व को बताया,।लोगों की समस्त समस्याओं का समाधान,गायत्री विद्या में हैं,और यदि गायत्री को समझना यज्ञ को समझना है,तो वेदमूर्ति, तपोनिष्ठ, श्रीराम शर्मा आचार्य ,और माता भगवती को समझना पड़ेगा,उनके जैसा जीवन जीना पड़ेगा।यदि युगऋषि को जनाना है ,कल्कि अवतार को जानना है तो युगसाहित्य पढ़े।उपासना, साधना, आराधना को अपने जीवन का अनिवार्य अंग बनाए।अपने देश को पुनः जगद्गुरु,सोने की चिड़िया बनायें।प्रयागराज में होने वाले महाकुम्भ में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन में, प्रतिदिन 108 कुण्डीय यज्ञ, वरिष्ठ प्रितिनिधि के उदबोधन, एवम 2.5 करोड़ का युगसाहित्य वितरित किया जाएगा। इसी निमित पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण चल रहे है।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट