आज़मगढ़- गंभीरपुर थाना क्षेत्र के मंगरावां गांव में 23 मई को दलित युवती की मिली लाश के मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार दोपहर में गंभीरपुर थाने में मंगरावां गांव निवासी व भीम आर्मी के लोगों ने घेराव किया। उत्तेजित ग्राम वासियों ने थाने के सामने आजमगढ़ वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग का चक्काजाम किया, जिससे घंटों आवागमन अवरुद्ध रहा। मंगरावा गांव निवासिनी ललिता पुत्री छोटेलाल 21 मई को घर से गायब हो गई थी। 23 मई की सुबह गांव के पास हत्या कर फेंकी गई लाश शाह आलम के पोखरे में मिली। स्थानीय पुलिस पोस्टमार्टम के बाद पिता द्वारा नामजद किए आरोपियों की गिरफ्तारी नही कर रही थी जिसके विरोध में 26 मई को ग्रामीण लामबंद होकर जिलाधिकारी कार्यलय का घेराव और धरना प्रदर्शन किया । जिलाधिकारी आजमगढ़ के आदेश के बाद भी थाना गंभीरपुर पुलिस आरोपियों की आज तक एक भी गिरफ्तारी नहीं कर सकी थी, जिसके विरोध में आज ग्राम वासियों का गुस्सा फूट गया। ग्रामीण लामबंद होकर ट्रैक्टर ट्राली में सवार होकर थाने का घेराव करने पहुंचे जहां उपस्थित पुलिस थाना परिसर में जाने से रोक दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने थाने के सामने चिलचिलाती धूप में रोड पर ही बैठ गए और पुलिस विरोधी व प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगे । गंभीरपुर पुलिस मुर्दाबाद, ललिता के हत्यारों को फांसी दो। पुलिस की गुंडागिरी नहीं चलेगी आदि नारा लगाते हुए रोड पर बैठ गए जिससे आज़मगढ़-वाराणसी रोड पर दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। बृहद प्रदर्शन को देखते हुए गंभीरपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार पांडेय ने मेहनगर, रानी की सराय व निजामाबाद आदि थानों से पुलिस बल बुला लिए। पुलिस बल जाम खुलवाने का काफी प्रयास किया लेकिन ग्रामवासी एक भी नहीं सुने । अंत में थाना प्रभारी अरविंद कुमार पांडेय ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से 24 घंटे में सभी नामजद आरोपित हत्यारों को पकड़ने आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया ।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़