मध्यप्रदेश/ तेन्दूखेड़ा – बारिश के मौसम में बेजा गर्मी पड़ने से वायरल बीमारी बढ़ती चली जा रही है वहीं नगर की सड़कों पर उड़ रहे धूल के गुबार लोगों का जीना दुश्वार किए हुए हैं।बारिश का सितंबर माह बीतकर अक्टूबर माह में प्रवेश कर गया है फिर भी पिछले 15 से 20दिनों से पड़ रही उमस गर्मी गर्मी के मौसम से भी खतरनाक लग रही है लगातार गर्मी व उमस का दंश झेल रहे लोग अब इससे निजात पाना तो चाहते हैं पर उन्हें इससे निजात नहीं मिल रही हैं। बारिश का पानी की एक बूंद को भी तरस रहे लोग बेइंतहा गर्मी के कारण तिल मिलाने को मजबूर हो गए हैं आसमान में बादलों की हो रही आवाजाही के बावजूद भी बारिश के नही नहीं होने से लोगों की हालत खराब हो गई है सिंतबर महीने में एकाध दिन हुई बारिश के बाद लगातार गर्मी व उमस ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया है सुबह भोर में आसमान में बादल जरुर आते हैं पर थोड़ी देर में ही फिर तेज धूप निकल जाती है।ऐसे में पूरे दिन लोग उमस से तिलमिलाते रहते हैं।आसमान में पूरे दिन सूर्य देवता अपना तेज रुप दिखाते रहते हैं।जिससे किसानों की हालात भी काफी खराब हो चली है उनकी खड़ी फसल सूखते जा रही है उमस की वजह से लोगों में बेचैनी हैं तो उन्हें कहीं भी चेन व सुकून नहीं मिल रहा है।हालांकि हल्की धूप ने भी लोगों को उसी तरह से परेशान करने का काम किया।इसमें जो लोग बाइक व साइकिल आदि से निकल रहे उनको तो काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हालात ये है कि लोग उमस भरी गर्मी से बचने के लिए पेड़ पौधों की छांव तलाशते रहते हैं।प्रचंड रुप से पड़ रही गर्मी से इंसान के साथ ही पशु- पक्षी भी परेशान हो गए हैं इसमें तेज धूप की वजह से लोग घरों से निकलने में भी परहेज कर रहे हैं ऐसे में गर्मी के इतने आक्रामक तेवर को देख लोगों में चर्चा भी खूब शुरू हो गई है कि अब बारिश होगी भी या नहीं।
-विशाल रजक मध्यप्रदेश