बरेली /फतेहगंज पश्चिमी। रबड़ फैक्ट्री परिसर में घूम रही बाघिन की तस्वीर तीन दिन के बाद कैमरा में कैद हुई है। वह सुअर के पास काफी देर तक घूमती रही। मगर उसने सुअर का शिकार नहीं किया। हालांकि पगमार्क इंप्रेशन पैड से लगातार बाघिन की लोकेशन ट्रेस की जा रही है। वन अधिकारियों का कहना है, बाघिन को ट्रेंकुलाइज करने को सही लोकेशन के लिए रबड़ फैक्ट्री परिसर में 17 जगह पर पगमार्क इंप्रेशन पैड लगाए गए हैं। जिसमें उसके चहल कदमी पल पल की दर्ज की जा रही है। शनिवार को वन अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो चार कैमरों में बाघिन की तस्वीरें कैद होने की पुष्टि की गई है। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है। बाघिन ने सुअर के आसपास काफी देर तक भ्रमण किया इधर-उधर घूमती रही। लेकिन उसने सुअर का शिकार नहीं किया। अगर वह शिकार करती तो कमरे में कैद हो जाती। डीएफओ भारत लाल का कहना है, तीन दिन के बाद बाघिन की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में मिली है। हालांकि पगमार्क इंप्रेशन पैड में लगातार लोकेशन मिल रही है। सही लोकेशन मिलते ही बाघिन को ट्रेस किया जाएगा। हालांकि जो पिंजरे लगाए गए हैं। उनमें बंधे जानवरों का शिकार बाघिन नहीं कर रही है। उनके पास से होकर निकल जाती है। बाघिन बहुत ही शातिर है।।
– बरेली से कपिल यादव