जैविक उत्पादों की बिक्री के लिए प्रदेश में बनाये जा रहे 4 शोरुम

झांसी। जीरो बजट खेती तात्पर्य जैविक खेती किसानों की आय में इजाफा के साथ ही मृदा का स्वास्थ्य, पर्यावरण और हमारे स्वास्थ्य को भी बेहतर बनायेगी। जैविक उत्पादों की बिक्री के लिए प्रदेश में 4 शोरुम बनाये जा रहे है। जहां उत्पाद अच्छे दामों में बेचे जा सकते हैं। यह कहना है कि कृषि एवं अनुसंधान राज्यमंत्री कृषि रणवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ धन्नी सिंह का। जिन्होंने राजकीय संग्राहालय में आयोजित जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादक एवं जैविक किसान गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए बोली है।

किसान गोष्ठी में रणवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में कीटनाशक दवाओं के इस्तेमाल से गेहूं, चावल, चीनी, आलू आदि का उत्पादन कर लिया है। लेकिन विक्रय नहीं हो रहाह ै। किसान को फसल का दाम नहीं मिल रहा है। इसलिए जैविक खेती पर विशेष जोर दिया जाये, ताकि खेत में खर्च कम और लाभ अधिक हो। गौ मूत्र में 13 पोषक तत्व पाये जात हैं यदि गोबर सहित हम इस्तेमाल करें। पौधे व फसल स्वस्थ्य होती है। पूर्व में किसान मेला का आयोजन शहर में होता रहा अब यही मेले गांव में आयोजित हो रहे। ताकि सभी जानकारियां खेत पर ही किसान को दी जा सके।

सभी लोग जैविक खेती अपनायें। गौ मूत्र-गोबर के इस्तेमाल से खेती कार्य करें तो निसंदेह अंय किसान भी प्रेरित होकर साथ आयेंगे। शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा मंडी समिति अध्यक्ष उपाध्यक्ष अब किसान होगा। पहले प्रशासनिक अधिकारी पद संभालते थे। जैविक किसान गोष्ठी में विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने मंत्री से क्षेत्र में मूंगफली की अधिक पैदावार होेने पर समर्थन मूल्य निर्धारित करते हुए केन्द्र खोले जाने का सुझाव दिया।

रिपोर्ट- उदय नारायण कुशवाहा झांसी

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