विभूतिपुर /समस्तीपुर /बिहार- विभूतिपुर प्रखंड में एकमात्र रेलवे स्टेशन पर जानकी एक्सप्रेस के सिंघिया घाट रेलवे स्टेशन पर ठहराव सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार से आमरण अनशन शुरू किया गया है। बताते चलें कि जानकी एक्सप्रेस ठहराव समिति के बैनर तले सुबह से अनशनकारी अरविंद कुमार, मनोज कुमार, मोहम्मद दाऊद एवं अभिषेक कुमार अनशन पर बैठे ,उनके समर्थन में बड़ी संख्या में आम नागरिक, व्यापारी ,छात्र नौजवान भी शामिल होने लगे । अनशन के दौरान एक सभा का आयोजन किया गया तथा सभा को संबोधित करते हुए मुखिया उपेंद्र महतो, राम बहादुर सिंह ,गंगा प्रसाद यादव, ललन कुमार सिंह ,धर्मेंद्र कुमार, श्याम कुमार पोद्दार, मोहम्मद मुख्तार ,शंभू कुमार दास, अशोक अग्रवाल ,फगुनी महतो, मोहम्मद तबरेज, प्रभात शर्मा ,राजीव कुशवाहा, विकास कुमार, चंद्रशेखर प्रसाद इत्यादि ने कहा कि साढे 4 वर्षों से जानकी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए यहां के नागरिकों ने रेलवे के प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर सांसद नित्यानंद राय सहित रेल राज्य मंत्री तक को कई बार स्मार पत्र दिया है ,लेकिन रेल प्रशासन की उपेक्षा के कारण विवश होकर अनशन पर बैठना पड़ा है ।वक्ताओं ने कहा कि विभूतिपुर प्रखंड में एकमात्र सिंधिया घाट रेलवे स्टेशन है । जिसमें 29 पंचायत के नागरिक रेल की यात्रा के लिए आते रहते हैं ,रेलवे स्टेशन के आसपास बड़ी संख्या में सब्जी का आरथ है जहां से सब्जी का निर्यात कटिहार से लेकर सीतामढ़ी तक होता है। जानकी एक्सप्रेस के ठहराव से जहां एक और छात्र किसान व्यापारी एवं प्रतिदिन यात्रा करने वाले नागरिकों को सहूलियत मिलेगी वहीं रेलवे का आय भी बढ़ेगा । वक्ताओं के द्वारा कहां गया की जब तक छोटी लाइन थी जानकी एक्सप्रेस सहित अन्य कई एक्सप्रेस गाड़ियों का ठहराव सिंघिया घाट रेलवे स्टेशन पर होता था पर जब से बड़ी लाइन बनी तब से एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठराव सिंघिया घाट स्टेशन पर नहीं हुआ।इस मांग को लेकर कई बार आंदोलन किए गए लेकिन यह मांग इतने दिनों में भी पूरी नहीं की जा सकी ।वक्ताओं ने मांग माने जाने तक यह अनशन जारी रखने का ऐलान किया ,वहीं दूसरी ओर रेल प्रशासन की ओर से आए कमर्शियल इंस्पेक्टर ए के राय ने आंदोलनकारियों से वार्ता की उन्होंने आंदोलनकारियों की मांग को जायज ठहराया तथा अपने वरीय पदाधिकारियों से इस संबंध में बात की ।उन्होंने 10 दिसंबर से सिंघिया घाट रेलवे स्टेशन जानकी एक्सप्रेस के ठहराव सुनिश्चित करने का वादा किया ।इसके बावजूद भी आंदोलनकारी वरीय पदाधिकारी को अनशन स्थल पर बुलाने की मांग पर डटे हैं , समाचार लिखे जाने तक को भी वरिय पदाधिकारी अनशन स्थल पर नहीं पहुंच सके हैं।
रिपोर्ट :- रंजीत कुमार