चक्रव्यूह मे फंसी फर्जी महिला आईएफएस अधिकारी: दो गाडिय़ों सहित अन्य फर्जी सामान भी बरामद

ग्रेटर नोएडा – गौतमबुद्दनगर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण के निर्देशानुसार जनपद पुलिस द्वारा अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे निरन्तर अभियान के अन्तर्गत स्टार 2 टीम (अपराध शाखा) गौतमबुद्धनगर के प्रभारी दिनेश सिंह और महिला थाना प्रभारी रश्मि चौधरी ने अपने पुलिस बल के साथ मिलकर जनपद गौतमबुद्धनगर के थाना बिसरख के गौर सिटी-2 क्षेत्र के प्रिस्टीन एवेन्यू सोसायटी से फर्जी आईएफएस अधिकारी बनकर अपने आप को संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बताने वाली एक महिला जोया खान पत्नी हर्षप्रताप सिंह निवासी 202 तिवारी कम्पाउंड थाना सदर बाजार मेरठ हाल पता फ्लैट नंबर सी1601 प्रीस्टीन एरोन्यू सोसायटी गौर सिटी-2 थाना बिसरख जनपद गौतमबुद्धनगर और उसके पति हर्षप्रताप सिंह पुत्र राकेश कुमार सिंह निवासी मकान नंबर 56 फेज वन मयूर विहार शास्त्रीनगर मेरठ हाल पता फ्लैट नंबर सी1601 प्रीस्टीन एवेन्यू सोसायटी गौर सिटी-2 थाना बिसरख जनपद गौतमबुद्दनगर को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।

किस तरह से एसएसपी वैभव कृष्ण के चक्रव्यूह मे फँसी फर्जी आईएफएस अधिकारी:-

गौतमबुद्धनगर जिले के ईमानदार और तेज तर्रार एसएसपी वैभव कृष्ण को एस्कोर्ट के लिए अभियुक्ता जोया खॉन द्वारा एक फोन करना मँहगा पड़ गया। जिससे उनकी ऐशो आराम और रसूख जिन्दगी जेल की सलाखों के पीछे पहुँच गई। दरअसल अभियुक्ता जोया खान ने 23 मार्च को जिले के एसएसपी को एस्कोर्ट के लिए फोन किया था। अभियुक्ता का फोन आने के बाद जिले कप्तान को अभियुक्ता पर शक हो गया। बस फिर क्या था एसएसपी वैभव कृष्ण ने अपना चक्रव्यूह रच दिया। जिसमे फर्जी महिला आईएफएस सहित उसके इस कृत्य शामिल उसका पति भी फँस गया। वैभव कृष्ण द्वारा उक्त महिला की कुण्डली निकाली गयी जिसके बाद उक्त महिला फर्जी आईएफएस अधिकारी पायी गयी। जिसके उपरांत पुलिस ने महिला सहित उसके पति को गिरफ्तार कर इस घटनाक्रम का पर्दाफाश कर दिया। लेकिन एक सवाल यह भी है कि जो कदम गौतमबुद्धनगर जिले के वर्तमान एसएसपी वैभव कृष्ण के द्वारा उठाया गया है। इससे पहले इस फर्जी आईएफएस अधिकारी के खिलाफ अन्य पुलिस अधिकारीयों ने अभी कोई कदम क्यों नहीं उठाया था। इसका जबाव किसी के पास ही शायद हो। एसएसपी वैभव कृष्ण के कार्यकाल मे तो इसका पर्दाफाश होना ही था। क्योंकि सभी जानते गौतमबुद्धनगर जिले एसएसपी निडर, निर्भीक और ईमानदार हैं।

अपराध करने का तरीका:-

उक्त फर्जी आईएफएस महिला जोया खॉन द्वारा कई बार जनपद गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मेरठ, आदि से अपने आप को संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बनकर कई बार पुलिस एस्कार्ट एवं पीएसओ आदि लिये गये थे। जब इसकी जांच की गयी तो जाँच में पाया गया कि महिला जोया खान ने अपने पति के साथ मिलकर अपने आप को संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बताकर युनाईटिड नेशन्स सिक्योरिटी काऊंसिल आर्गेनाईजेशन की फर्जी ईमेल एड्रेस बनाकर इसी ईमेल एड्रेस से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौतमबुद्धनगर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ व अन्य जनपदों के उच्चाधिकारियों की सरकारी मेल एड्रेस पर मेल आई डी Securitvchiefmunitednationscecuritvcouncilorg से एस्कार्ट सुविधा प्रदान किये जाने हेतु मेल किये गये। उक्त ईमेल एड्रेस महिला जोया खॉन के द्वारा गोडैडी डोमेन से रजिस्टर्ड करायी गयी थी। जिसका भुगतान जोया खान दारा अपने एकाउंट से नेट बैंकिंग के द्वारा किया गया था। इसी क्रम में जोया खान के मोबाइल के आउटलुक मोबाइल एप्प में विभिन्न अधिकारियों को अपने आप को संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बताकर पुलिस सुरक्षा के लिए एस्कोर्ट लिये जाने हेतु किये गये मेलों का विवरण मिला है। जोया खान एवं उसके पति हर्षप्रताप सिंह के द्वारा वीआईपी सेल एवं एसपी यातायात कार्यालय गौतमबुद्धनगर व अन्य जनपदों के सरकारी फोन नम्बरों पर जिन फोन नम्बरों में अपने को संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बताकर पुलिस सुरक्षा एवं एस्कार्ट लिये गये वो सभी फर्जी पाये गये हैं। एवं इनके कब्जे से एक मोबाईल फोन लावा कम्पनी का बरामद हुआ जिसके माध्यम से महिला जोया खान द्वारा फोन के ही वाईस कन्वर्टर साफ्टवेयर से महिला से पुरूष की आवाज में बदलकर पीए अनिल शर्मा बनकर उच्चाधिकारियों से आदि व्यवस्थाओं की मांग की जाती थी एवं बरामद भिन्न-भिन्न पर्सनल आईडी कार्ड जोकि युनाईटेड नेशन आफ आग्रनाईजेशन के बने हुये है। जिनको उक्त दोनों पति-पत्नीयों के द्वारा बनवाकर इस्तेमाल किया जाता था। जिससे इनके द्वारा प्रशासनिक एवं समाजिक लोगों में अपना रूतबा कायम किया जा सके उपरोक्त अभुिक्तगणों से दो गाडीयाँ भी बरामद की गयी है। जिसमें क्रमश एक गाडी पर अवैध रूप से नीली बत्ती एवं अन्य दुसरी गाड़ी पर संयुक्त राष्ट्र का लोगों लगा हुआ है। जोकि एस्कार्ट व उच्चाधिकारीयों से मिलने के समय इस्तेमाल की जाती थी। अलग से बरामद एक पिस्टलनुमा लाईटर एवं हैण्डसैट वायरलेसनुमा वॉकी-टॉकी का भी फर्जी तौर से दिखावे के लिये इस्तेमाल जाता था। उपरोक्त अभियुक्तगणों के इस कृत्य के सम्बन्ध में जब जॉच की गयी तो इन लोगों के द्वारा पीए अनिल शर्मा व संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बनकर भिन्न-भिन्न राज्यों के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से एस्कार्ट एवं परिवारीजनों को लाभ पुहंचाने के लिये कॉल किये जाते थे और समाज में अपने आप को हाई प्रोफोईल दिखाने के लिये लग्जरी गाडियों एवं लग्जरी सोसायटी में रहना बताया जाता था। उपरोक्त अभियुक्त जोया खान एक शिक्षित महिला है। जोकि मूल रूप से मेरठ जनपद की निवासनी है। उपरोक्त जोया खान के पिता जनपद मेरठ में चिकित्सक है एवं अन्य अभियुक्त पति हर्षप्रताप सिंह वर्तमान में सिविल सर्विसेज की तैयारी करते हुये अपना पत्नी के किये हुये कत्यों में पूर्ण रूप से लिप्त है। हर्ष प्रताप सिंह उपरोक्त के पिता भी उत्तर प्रदेश में सरकारी विभाग में कार्यरत है मेरठ के ही मूल निवासी है। उपरोक्त दोनों लोगों के द्वारा यह कार्य अपने शौक पूरे करने एवं परिवार के लोगों की समाज साख बनाने के लिये किया जाता था। 23 मार्च 2019 को भी जोया खान द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौतमबुद्धनगर से एस्कार्ट की मांग की गयी थी। जिसके सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक यातायात गौतमबुद्धनगर कार्यालय द्वारा प्रोटोकॉल आरटी संदेश भी जारी किया गया था। एवं बीते दिनों तक जोया खान हर थाना बिसरख में भी अपने आप को संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बताकर एक एनसीआर भी दर्ज करायी गयी थी। जिसमें सोसायटी के कुछ लोगो के द्वारा इनकी गाड़ी में तोडफोड होना बताया गया था।

अभियुक्तों से बरामद हुआ सामान:-

पकड़े गए अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस ने एक यूनाईटेड नेशन्स आग्रेनाईजेशन सिक्योरिटी काऊसिंल का पर्सनल फर्जी पहचान पत्र जिस पर पद न्युकिल्यर पोलिसी ऑफिसर स्टेशन वांशिगटन डीसी दर्ज है।एक यूनाईटेड स्टेटस डिपार्टमेन्ट ऑफ स्टेटस का फर्जी डिप्लोमेटिक पहचान पत्र जिसपर निशन अफगानिस्तान एम्बेसी लोकेशन वाशंगिटन डीसी दर्ज है। एक यूनाईटेड स्टेटस डिपार्टमेन्ट ऑफ स्टेटस का फर्जी ड्राईवर लाइसेंस मय फर्जी मोहर के साथ अंकित है जिस पर फर्जी पता 3502 बुडवार्ड अपार्टमेन्ट पीएलएनडब्लू वांशिगटन डीसी अंकित है। एक ड्राईविंग लाईसेन्स जो जोया खान के नाम से उसके मूल पते मेरठ पर दर्ज है जोकि मेरठ परिवहन निगन द्वारा जारी किया गया है।एक फोन लावा कम्पनी रंग सफेद जिसमे वाईस कन्वर्टर के माध्यम से अपने आप को पीए अनिल शर्मा एवं संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय भारत सरकार बताने में इस्तेमाल किया जाता था।अन्य तीन एन्ड्रायड मोबाईल फोन, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, दो लैपटॉप एप्पल मैक बुक एवं लेनेवो,एक पिस्टलनुमा लाईटर, दो हैण्डसैट वायरलैस नुमा वाॅकीटाकी और दो लग्जरी गाडी क्रमश मर्सिडीज एवं एक्सयूवी 500 जिसपर नीली बत्ती एवं यूनाईटेड नेशन्स का लोगो लगी हुई बरामद की हैं। जिसके खिलाफ पुलिस ने थाना बिसरख पर मुकदमा अपराध संख्या 76/10 धारा 419, 420,407,468, 471भादवि एवं 66 डी आईटी एक्ट के तहत पंजीकृत कर अन्य आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कर जेल भेज दिया है।

गिरफ्तार करने वाली टीम:-

अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम मे निरीक्षक दिनेश सिंह प्रभारी स्टार-2 टीम काईम ब्रान्च गौतमबुद्धनगर, एस आई यतेन्द्र कुमार, हैड कांस्टेबल सतेन्द्र कुमार शर्मा, कृष्ण कुमार, प्रवीण कुमार मलिक, बिशन कुमार मावी, कांस्टेबल अमित शर्मा,अमित कुमार, विनय कुमार, उदयवीर सिंह (उपरोक्त सभी स्टार-2 टीम) और रश्मि चौधरी प्रभारी निरीक्षक महिला थाना मय हमराही जनपद गौतमबुद्धनगर शामिल रहे।

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