गंगा को किया राष्ट्रीय नदी घोषित, अब चार नवंबर को मनाया जाएगा गंगा उत्सव

बरेली। उत्तर प्रदेश सरकार ने अब गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित कर दिया है। जिसके तहत गंगा के संरक्षण को लेकर जागरूकता मिशन की शुरुआत की जा रही है। अब चार नवंबर तक विभिन्न प्रकार के वर्चुअल जागरूकता कार्यक्रम किए जाएंगे। जिसमें गंगा उत्सव वेबसाइट व फेसबुक आईडी पर गंगा पर आधारित संगीत, नृत्य, कथा, कहानी, फिल्म, गंगा क्विज, जल संरक्षण हेतु विशेषज्ञों द्वारा मार्ग दर्शन दिया जाएगा। गंगा संरक्षण को लेकर इन विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं में लोग भाग भी ले सकेंगे अपने सुझाव भी रख सकेंगे। जिला प्रशासन के माध्यम से गंगा उत्सव जागरूकता कार्यक्रम चार नवंबर तक चलेगा। प्रत्येक वर्ष चार नवंबर को गंगा उत्सव मनाया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी रोहित सिंह का कहना है कि चार नवंबर को जिला प्रशासन के नेतृत्व में गंगा उत्सव मनाया जाएगा। इसके संबंध में ऑनलाइन विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं करायी जाएंगी। इस प्रतियोगिता में स्कूल, कालेज एवं एनजीओ आदि प्रतिभाग करेंगे। अब हर साल चार नवंबर को गंगा उत्सव का आयोजन होगा। गंगा उत्सव मनाने के लिए जिला प्रशासन ने सभी स्कूल व कॉलेजों में गंगा नदी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने के निर्देश दिए है। बच्चों के माध्यम से जन-जन में गंगा उत्सव की सूचना पहुंच सके। गंगा एक राष्ट्रीय नदी घोषित हुई। जिसका संरक्षण करना सभी की जिम्मेदारी है। डीएम ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व अन्य विभागों को निर्देश दिए हैं कि चार नवंबर को गंगा उत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। वैसे तो बरेली में गंगा नदी नहीं है लेकिन जो रामगंगा है वह फर्रुखाबाद में जाकर गंगा से मिलती है। इसलिए ही गंगा को स्वच्छ रखने के लिए बरेली वासियों से जिला प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से अपील की गई है कि रामगंगा को स्वच्छ रखें। इसके संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास करें जब रामगंगा सुरक्षित होगी तभी उसकी सुरक्षित धारा फर्रुखाबाद में जाकर गंगा में मिलेगी।
गंगा किनारे के 4500 गांव बने गंगा ग्राम
एफआर इस्लामिया इंटर कॉलेज में गंगा उत्सव के मौके पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य मेजर जावेद खालिद ने कहा कि राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता के लिए जरूरी है कि आस्था के साथ ही हर पहलू से गंगा को समझकर लोग उससे जुड़ें। देश भर में गंगा किनारे लगभग 4500 गांव हैं, जिन्हें गंगा ग्राम के तौर पर विकसित किया जाना चाहिए। भौतिक विज्ञान प्रवक्ता काजी फरहान अहमद ने कहा कि गंगा नदी की यात्रा में 4 नवंबर का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। आज के ही दिन 2008 में गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित किया गया था। डॉ मेहंदी हसन ने इस मौके पर गंगा की अविरलता और निर्मलता की दिशा में अधिक से अधिक लोगों, खासकर युवाओं को जोड़ने पर बल दिया। कार्यक्रम में मोहम्मद नसीम अंसारी, मुशाहिद रजा, दानिश, सलीम जमाल अजमेरी, राहिल खान सहित काफी शिक्षक उपस्थित रहे।।

बरेली से कपिल यादव

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