फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। वैश्विक महामारी कोरोना से देश की जंग जारी है। लोग सोशल डिस्टेसिंग का खास ख्याल रख रहे हैं लेकिन रोजमर्रा के कामकाज पर प्रभाव न पड़े, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। छात्र-छात्राओं के दैनिक पठन पाठन के लिए मिशन शिक्षण संवाद के शिक्षकों ने भी जूम ऐप के माध्यम से तय समय पर ऑनलाइन बात कर इसका रास्ता निकाल लिया है। मिशन शिक्षण संवाद के संयोजक रूपेंद्र सिंह ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए शिक्षकों की बैठक में सुझाव रखा कि शिक्षकों और छात्रों के रूबरू होने का कोई रास्ता निकाला जाएं, ताकि छात्र टॉपिक की पढ़ाई के दौरान ही अपनी जिज्ञासाओं को शांत कर सकें। इसका जवाब आया कि व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किया जाए। फिर उस ग्रुप में हम प्रतिदिन शिक्षण सामग्री भेज सकते है। सहायक अध्यापिका नीतू चौधरी ने बताया कि इस समय दीक्षा एप के बारे में अभिभावकों और बच्चों को जागरूक किया जाए। प्रधानाध्यापक राजीव ने बताया कि अधिकांश बच्चों पर स्मार्टफोन नहीं होता है और गांव में नेटवर्क की भी समस्या होती है। हमको ऑफलाइन प्रश्नोत्तरी बनाने का निर्णय लिया। मिशन शिक्षण संवाद के शिक्षक पहले ही ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी मिशन मेगा माइंड के नाम से बना चुके हैं और यह प्रश्नोत्तरी कहुत ऐप पर उपलब्ध है। व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए सभी शिक्षक अपने अपने विद्यालय के बच्चों के मोबाइल नंबर एकत्र करे। बैठक में प्रतिभाग करने वाले अधिकांश शिक्षकों द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा स्कूल स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बना लिया गया है और मिशन द्वारा भेजी जा रही शैक्षिक सामग्री उन्हें लगातार भेजी जा रही है। सदस्यों द्वारा बताया गया कि अभिभावकों को आरोग्य सेतु एप एवं दीक्षा एप डाउनलोड करके उसके प्रयोग को भी समझाया जा रहा है। राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता सबीना परवीन द्वारा बताया गया कि कोरोना वायरस से संबंधित जानकारियां भी बच्चों से शेयर की जा रही है। ऑनलाइन बैठक में प्रीति शर्मा, अणिमा, जितेंद्र सिंह, सौरभ शुक्ला, सबीना परवीन, अल्पना गुप्ता, महावीर प्रसाद, मिथिलेश, प्रशांत, पूनम तोमर, विनय रस्तोगी, भगवान दास आदि शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।।
– बरेली से कपिल यादव