बरेली। केंद्रीय कारागार से कोहरे का फायदा उठाते हुए सजायाफ्ता कैदी फरार हो गया था। इसके बाद बह बिजनौर चला गया। सोमवार की रात दो बजे पुलिस ने उसे पैदल घूमते हुए देखा तो पूछताछ की। इस पर कैदी ने पुलिस को बताया कि वह उसे उसके गांव छोड़ दे। गांव का नाम सुनते ही पुलिस को शक हुआ कि वह केंद्रीय कारागार से फरार कैदी है। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बिजनौर के थाना किरतपुर के रायपुर मौजमपुर निवासी नरपाल उर्फ सोनू ने वर्ष 2009 में बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी। कोर्ट ने आरोप सही पाते हुए 2012 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद उसे सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। अच्छे आचरण के चलते बीते आठ साल से वह जेल के अंदर लंबरदार के पद पर ड्यूटी कर रहा था। रविवार रात वह सरिया के सहारे जेल की 20 फीट ऊंची दीवार फांदकर फरार हो गया। इसके बाद चेकिंग अभियान चलाया गया लेकिन उसका पता नहीं लग सका। बिजनौर मे वायरलेस से यह मैसेज नोट कराया गया था। सोमवार की रात दो बजे बिजनौर पुलिस इलाके में गश्त कर रही थी। इसी दौरान हत्यारे को नंगे पैर पैदल चलता देख उससे पूछताछ की। पूछताछ में उसने बताया कि वह मजदूरी करके आ रहा है।पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास कुछ भी नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने उससे उसका नाम-पता पूछते हुए घर छोड़ने की बात कही तो उसने अपना नाम नरपाल बताते हुए गांव का नाम बता दिया। यह सुनते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बिजनौर पुलिस ने बरेली पुलिस को इसकी जानकारी दी। नरपाल के भागने की खबर के बाद एसएसपी ने उसे गिरफ्तार करने वालों के लिए दस हजार का ईनाम घोषित किया था। इसके बाद आईजी राजेश कुमार पांडेय ने उस पर 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर दिया था। अब बिजनौर पुलिस को यह ईनाम दिया जाएगा।
सेंट्रल जेल से फरार हुआ कैदी बिजनौर में गिरफ्तार हो गया है। उसके खिलाफ इज्जतनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज है। फरार होने पर कैदी पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था।
-राजेश कुमार पांडेय, आईजी
बरेली से कपिल यादव