कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने से मिलता दुखों से छुटकारा: राजघाट तट पर लगा आस्था का मेला

बिहार/मझौलिया- कार्तिक पूर्णिमा का दिन काफी पवित्र और शुभ माना जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था। जिसकी खुशी में देवताओं ने हजारों दीप जलाकर दिवाली मनाई थी। जो आज भी देव दिवाली के रूप में मनाई जाती है ।साथ ही सिखों के लिए भी यह दिन खास होता है क्योंकि इस दिन गुरु नानक जयंती होती। आज सुबह से ही मझौलिया प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किया गया था । वहीं राजघाट मंदिर में ग्रामीणों के सहयोग से अष्टयाम का आयोजन किया गया था । राम नाम की धुन से पूरा माहौल भक्तिमय रहा दूसरी तरफ श्रद्धालु राजघाट उत्तरवाहिनी नदी में डुबकी लगा रहे थे । तत पश्चात मंदिर जा कर जलाभिषेक कर रहे थे । पौराणिक मान्यता है कि राजघाट उत्तरवाहिनी नदी राजघाट में जल भरकर भगवान शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है ।बताते चले कि यहाँ मेला का भी आयोजन किया गया था । यहां पर कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मेला और अष्टयाम का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर एएसआई पंकज सिंह, विपिन कुमार, आर बी यादव, आर एन कौशिक ग्रामीणों में बीरा यादव, ज्ञानचंद राम,शिवराज पटेल,मैनेजर यादव,लड्डू महतो आदि उपस्थित रहे ।

– राजू शर्मा की रिपोर्ट

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