आजमगढ़- गहजी स्थित मां शारदा स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में सिद्ध संत दुर्वासा महामंडलेश्वर ब्रह्मलीन मौनी बाबा के नवनिर्मित मंदिर में प्रतिमाओं के अनावरण के पूर्व आयोजित सात दिवसीय हरिहरात्मक महायज्ञ की शुरूआत भव्य कलश यात्रा के साथ मंगलवार को हुई। प्रारम्भ में आयोजक फौजदार सिंह, डॉ. दिवाकर सिंह, हरिद्वार सिंह के हाथों यज्ञाचार्य पंडित रामबली पांडेय, महंत हरिप्रसाद दास, पंडित अशोक पाठक आदि ने वैदिक रीति से कलश पूजन कराया, तदोपरांत यज्ञ स्थल से निकली कलश यात्रा वनरपुरा स्थित मौनी बाबा के आश्रम से होते हुये यज्ञ स्थल पर वापस आयी। लगभग 1 किमी. लम्बी कलश यात्रा क्षेत्र में आकर्षण का केन्द्र रही, जिसमें हजारों की संख्या में कन्याओं, महिलाओं सहित क्षेत्र के लोगों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी ली। गाजे-बाजे के साथ निकली कलश यात्रा में आगे-आगे हाथी घोड़े चल रहे थे तथा इस दौरान मौनी बाबा के जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्ति भाव से ओत-प्रोत हो गया।
पंडित सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन ने बताया कि सात दिवसीय यज्ञ में प्रतिदिन हवन-पूजन होगा तथा सुप्रसिद्ध कथा वाचिका चन्द्रकला शास्त्री द्वारा संगीतमयी प्रवचन किया जायेगा। 19 नवम्बर को काशी के शंकराचार्य जगद्गुरू स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती, रामजन्म भूमि न्यास के सचिव महंत सुरेश दास, रामानुज संप्रदाय के जगद्गुरू डॉ. राघवाचार्य व हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत राजूदास जी महराज की उपस्थिति में मौनी बाबा, रामदरबार व राधा-कृष्ण की प्रतिमा का अनावरण किया जायेगा।
कलश यात्रा में पंडित हरिनाथ शास्त्री, संजय सिंह, राममिलन सिंह, हाकिम बाबा, जयप्रकाश सिंह, विंध्याचल पांडेय, घनश्याम पांडेय, संजय कुमार पांडेय, सुभाष चन्द्र शास्त्री, जवाहर पाठक, रामपलट दूबे, लालधर मिश्र, हरिकेश चौबे, मनोहर दास आदि सहित भारी संख्या में जनसमूह मौजूद रहा।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़