भोजीपुरा, बरेली। भोजीपुरा के एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमित समाजवादी पार्टी के नेता भोजीपुरा में पुल से कूद गए और मौके पर उनकी मौत हो गई। एसआरएमएस एल-2 कोविड अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज का शव रविवार को भोजीपुरा पुल के पास मिला है। बताया जा रहा है कि शहर के बानखाना निवासी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रमन जौहरी कोरोना संक्रमित पिछले करीब छह दिनों से एल-2 कोविड अस्पताल में भर्ती थे। बताया जा रहा है कि वह सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष का करीबी रहा है। कोरोना की वजह से वह काफी डिप्रेशन में आ गया था। शनिवार की रात लगभग आठ बजे वह मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल की छत पर पहुंच गए और वहां से कूदने की कोशिश की मौके पर पहुंचे गार्ड ने उन्हें रोका और नीचे उतारा। उसके बाद तीसरी मंजिल की खिड़की का शीशा तोड़कर भी उन्होंने कूदने की कोशिश की तभी गार्ड ने देख लिया और रोका। गार्ड ने अस्पताल प्रबंधन को सूचना नहीं दी। जिसका नतीजा यह हुआ कि रमन जौहरी अस्पताल से बाहर निकले। भोजीपुरा कस्बे में स्थित पुल से कूदकर अपनी जान दे दी। पुल से कूदते ही उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लग रहे है। कोरोना संक्रमित रमन जौहरी कैसे कोरोना वार्ड से बाहर आ गए। उस समय कोरोना वार्ड के बाहर ड्यूटी पर तैनात स्टाफ कहां था। उसने कोरोना संक्रमित को वार्ड से बाहर जाने से रोका क्यों नही। रमन जौहरी के मेडिकल कॉलेज से बाहर निकलकर पुल से कूदकर अपनी जान देने से मेडिकल कॉलेज प्रबंधन शक के घेरे में आ गया है। एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज पर कोरोना संक्रमितो के इलाज में लापरवाही के आरोप पहले से लगते रहे है। रात करीब एक बजे तक जब परिजनों को रमन जौहरी काफी तलाशने पर नहीं मिले तो उन्होंने 112 पर फोन किया। चीता मोबाइल मेडिकल कॉलेज पहुंची। हुलिया बताने पर वहां से एक ऐसे युवक की भोजीपुरा पुल के नीचे मौत होने की सूचना देते हुए वीडियो भेजी गई तो परिजनों ने रमन को पहचाना। कोरोना संक्रमित रमन जौहरी की मौत तो पुल से कूदने पर सिर में आई चोट के कारण मौके पर ही होने की संभावना हो गई थी। क्योंकि उनकी पहचान नहीं हो सकी थी इसलिए उन्हें मौके से लाने वाला एंबुलेंस चालक जिला अस्पताल लेकर आया। जहां मौत की पुष्टि होने पर शव मोर्चरी में रखवा दिया गया। रात 1:30 बजे के बाद जब परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और रमन जौहरी के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली तो जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया।
पुल से कूदने से पहले भाई को किया था फोन
रमन जौहरी में पुल से कूदने से पहले लगभग रात 8:45 बजे बड़े भाई मुन्ना को फोन किया। उन्होंने कहा कि भैया लगता है मैं कोरोना से सही नहीं हो पाऊंगा इसलिए मैं पुल से कूदकर अपनी जान दे रहा हूं। मुन्ना कुछ कह पाते उससे पहले ही रमन ने फोन काट दिया। उसके बाद मुन्ना ने फोन लगाया तो रमन का फोन स्विच ऑफ आने लगा।
छात्र राजनीति से शुरुआत की थी रमन जौहरी ने
रमन जौहरी ने अपनी राजनीति की शुरुआत बरेली कॉलेज से की थी। वह समाजवादी छात्र सभा के महानगर अध्यक्ष रहे। उसके बाद समाजवादी पार्टी की शहर विधानसभा इकाई के अध्यक्ष और महानगर सचिव रहे। रमन जौहरी सपा मुखिया अखिलेश यादव के पुराने साथियों में गिने जाते थे। वह सिटी विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।।
बरेली से कपिल यादव