आला हजरत ट्रेन में आरक्षण वाला कोच न होने से यात्रीयों ने जमकर काटा हंगामा

बरेली। जंक्शन बरेली से गुजरात के भुज को जाने वाली आला हजरत स्पेशल में मंगलवार को स्लीपर का एक कोच डी-1 ही नहीं लगाया गया लेकिन 70 यात्रियों के आरक्षण इसी कोच में कर दिए गए। जबकि यह कोच ट्रेन में लगा ही नहीं था और उसका चार्ट भी जारी कर दिया गया। ट्रेन जब प्लेटफार्म पर लगी तो कोच न मिलने पर यात्रियों ने हंगामा काटा। मंगलवार की सुबह 6 बजे भुज को जाने वाली आला हजरत स्पेशल में डेटाबेश में अचानक हुए बदलाव का खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा। दरअसल ट्रेन में पांच साधारण कोच (टू एस) लगाए जाते हैं। जिनमें तीन कोच 90 सीट के लगाए जाते हैं। देर रात उत्तर रेलवे के हेडक्वाटर से डेटाबेश में अचानक से बदलाव कर दिया गया। जिसकी जानकारी न तो जंक्शन मे आरक्षण चार्ट जारी करने वालों को दी गई और न ही जंक्शन में ऑपरेटिंग विभाग आदि को दी गई। मंगलवार सुबह जब ट्रेन प्लेटफार्म पर लगी और यात्रियों का जिस कोच में आरक्षण था। बह लगा नही मिला तो जमकर हंगामा काटा। यात्री स्टेशन मास्टर के पास पहुंचे और अपनी शिकायत बताई। समस्या का निराकरण न हो पाने पर मजबूरन यात्री दूसरे कोचों में बैठकर रवाना हुए। कटरा चांद खां निवासी परवेज खां ने बताया कि जयपुर जाने के लिए पहले से ही डी-1 कोच में आरक्षण करा रखा था। पहले की अपेक्षा अधिक किराया लिया गया और ट्रेन में बैठने के समय कोच नहीं लगाया गया था। शिकायत करने पर भी कोई निराकरण नहीं हुआ। पुराना शहर निवासी अनस अनवर का बरेली से अबू रोड जाने के लिए डी-1 कोच में आरक्षण था। कोच न मिलने पर उन्हें भी दिक्कत हुई। सीट न मिलने पर दूसरे कोच में बैठकर सफर करना पड़ा। सभी यात्रियों का कहना था कि रेलवे केवल किराया बढ़ाकर ले रहा है, लेकिन सुविधाओं व व्यवस्थाओं के नाम पर सब शून्य है। स्टेशन अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि डेटाबेश द्वारा अचानक बदलाव होने की जानकारी जंक्शन पर न दिए जाने से ऐसी दिक्कत हुई है। मुरादाबाद मंडल के सभी अधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है।।

बरेली से कपिल यादव

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