बरेली। अफसरों की मिलीभगत हो या लापरवाही कारण चाहे जो भी हो आधार कार्ड में संशोधन करना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है। शहर के राधेश्याम एनक्लेव स्थित उप डाकघर पर आधार कार्ड संशोधन के नाम पर छात्र-छात्राओं एवं आम नागरिकों से अवैध वसूली की जा रही है। छात्रों का कहना है कि 15 दिसंबर तक उन्हें स्कॉलरशिप के फॉर्म भरने है। इसके लिए आधार कार्ड की आवश्यकता है यदि आधार कार्ड समय रहते हुए संशोधन नहीं कराया गया तो पढ़ाई प्रभावित होगी। क्योंकि यह छात्र इतने बड़े घर से नहीं है कि पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्चा घरवाले बहन कर पाएं। छात्र छात्राओं का कहना है कि सुबह आठ बजे राधेश्याम एंक्लेव स्थित उप डाकघर पहुंच जाते हैं और लाइन में लगकर अपने नंबर का इंतजार करते हैं लेकिन वहां पर दबंग एवं अन्य कार्यकर्ताओं के आधार कार्ड संशोधन फोन के द्वारा बिना लाइन में लगे ही करा दिए जाते हैं और सुबह से भूखे प्यासे लाइन में लगे छात्र-छात्राओं का नंबर शाम तक नहीं आता। वह भूख से तड़पते बिलखते अपने घर पहुंचते है। अगले दिन का इंतजार करते हैं कि इस दिन हमारा आधार कार्ड अवश्य संशोधन हो जाएगा लेकिन अगले दिन की स्थिति भी वैसी की वैसी ही रहती है। कुछ दबंग व्यक्ति के उप डाकघर में तैनात स्टाफ को डरा धमका कर अपने आधार कार्ड संशोधन करा ले जाते हैं।आरोप है कि लाइन में खड़े लोगों से आधार कार्ड संशोधन के नाम पर दो से चार सौ रुपये तक लिए जा रहे है। कुछ छात्र छात्राओं ने उप डाकघर पर तैनात स्टाफ की दबंगता और अवैध वसूली की शिकायत डाकघर के आला अधिकारियों से भी की है। शहर के उप डाकघर राधेश्याम एनक्लेव, कचहरी, बरेली कॉलेज सहित विभिन्न उप डाकघरों में आधार संशोधन के लिए मात्र एक-एक कर्मचारी तैनात है। जिसकी वजह से आधार कार्ड बनाने व संशोधन का काम सप्ताह में 3 दिन किया जाता है। आधार कार्ड के बनाने व संशोधन करने के लिए अलग से कर्मचारी तैनात न होने के कारण अन्य कार्य को रोक कर किया जाता है। सीनियर पोस्टमास्टर एसके त्रिवेदी ने बताया कि आधार कार्ड में संशोधन कराने के लिए निर्धारित फीस सौ रुपये ही ली जाती है। फिर भी जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव