जयपुर/राजस्थान – राजस्थान के जयपुर में आज भारतीय जनता पाटी के अध्यक्ष अमित शाह का जोरदार स्वागत किया गया। हवाई अड्डे से भाजपा की बैठक स्थल तोतुका भवन तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत हुआ। हजारों मोटरसाइकिल सवार कार्यकर्ताओं ने उनकी अगवानी की।
दरसल अमित शाह वॉलिंटियर्स मिट को सम्बोधित करने जयपुर आये थे।
शाह ने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के अलावा सांसद एवं विधायकाें की बैठक सुबह 10।30 बजे ली एवम सोशल मिडिया वॉलंटियर्स मीट को दोपहर 3 बजे संबोधित किया। कार्यसमिति बैठक का उद्घाटन राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल ने किया।
वही प्रदेश भाजपा की सारी व्यवस्था नकारा साबित हुई जब आमंत्रित वॉलिंटियर्स को हाल में प्रवेश नही दिया गया।
मायूस लौटने को मजबूर कई वॉलिंटियर्स ने बताया कि हमे राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह के नेतृत्व में वॉलिंटियर्स मिट के लिए आमंत्रित मेसेज मिला था, उसके साथ सम्पूर्ण जानकारी के लिये भेजे गए लिंक को फील करने के लिये भी कहा गया था, उसके बाद भी जब आयोजन स्थल राजमन्दिर सिनेमा पहुंचे तो काउंटर पर रजिस्ट्रेशन कराने की जानकारी प्राप्त हुई।
अब सबसे हैरत में डालने वाली बात सामने आई कि रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सिर्फ नाम बताने पर प्रवेश कार्ड जारी कर पकड़ा दिया।
वॉलिंटियर्स का कहना है कि प्रदेश समिति ने एक लिंक सर्कुलेट कर कहा था कि रजिस्ट्रेशन सिर्फ वेब लिंक से ही मान्य होगा, जबकि काउंटर पर मैसेज के बारे में नही पूछा गया।
जिसने भी अपना नाम बताया उन्हें प्रवेश कार्ड जारी किए गए।कई वॉलिंटियर्स ने प्रदेश समिति पर अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए कहा कि जब पहले आओ पहले पाओ की व्यवस्था ही रखनी थी तो हमे परेशान करने के लिए क्यों आमंत्रित किया गया।
अनुभवी वॉलिंटियर्स बाहर धूप में हैरान परेशान है कि इतना समय व रुपये खर्च करके आए लेकिन हमारे साथ धोखा हो गया।
जब पार्टी कुछेक कार्यकर्ता को नही संभाल सकती तो प्रदेश की राजनीति कैसे संभालेगी। इसी का नतीजा है कि प्रदेश में कितने ही व्यक्ति एक ही पद पर काफी सालो से विराजमान है।
ऐसे भी बहुत मण्डल अध्यक्ष है जिन्हें सरकार की योजनाओं के बारे में रती भर भी जानकारी नही है। राजस्थान में इसी साल नवम्बर में चुनाव होने हैं। जिनमे पार्टी की ऐसी स्थिति गम्भीर परिणाम दे सकती है।
पिछले दिनों लाभार्थियों से संवाद के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयपुर आकर चुनावी शंखनाद कर चुके हैं। अब शाह ने जयपुर आकर गैरजरूरी लोगों के साथ मोर्चा संभाला ।
दिनेश लूणिया सादड़ी