सीतापुर- “साहित्य न केवल हमारा मार्गदर्शन करता है, बल्कि हमारी नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है और हमारे सांस्कृतिक मूल्यों का समर्थन करता है हमारे धर्मग्रंथ रामायण गीता भी कविता में ही रचे गये।उक्त उदगार साहित्य सृजन मंच के तत्वावधान में ब्लॉक सभागार में आयोजित संस्था के वार्षिकोत्सव में बृहद सम्मान समारोह और कवि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए विधायक महेंद्र सिंह यादव ने व्यक्त किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे फतेहपुर से आये साहित्यकार डॉ.शैलेष गुप्त ‘वीर’ ने कहा कि “हमें अपने शब्द सृजन पर गर्व होना चाहिए। सामाजिक सरोकारों से जुड़ी और मानवीय संवेदना के प्रति सजग दृष्टि हमारे साहित्य को और अधिक परिष्कृत करती है।”इस अवसर पर प्रखर विदुषी एवं प्रख्यात लेखिका डॉ.सरला अवस्थी का नागरिक सम्मान के उपरांत विभिन्न जनपदों से पधारे करीब तीन दर्जन साहित्यकारों तथा पत्रकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर आयोजित कवि सम्मेलन मे लखनऊ के डॉ.विद्यासागर मिश्र ‘सागर’, मनोज ‘शुकदेव’,बहराइच से प्रदीप ‘बहराइची’,
जनपद फतेहपुर से डॉ. शैलेष गुप्त’वीर’, जनपद लखीमपुर से ज्ञानेंद्र वत्सल, सीतापुर से कार्तिकेय शुक्ला, इ.अंबरीष अंबर,डॉ प्रवीण श्रीवास्तव अरुण बेधड़क,आलोक मिश्र, रमाशंकर ‘मृदुल’,मनु बौछार, तुषार मिश्रा, अनिल महेंद्र, अभिषेक बाजपेई,शैलेन्द्री सिंह महोली से राजकुमार तिवारी बालगोविंद, लहरपुर से अपूर्व त्रिवेदी, मुकेश गुप्ता, महमूदाबाद से अम्बरीष सिंह सहित तमाम स्थानीय रचनाकारों ने अपने काव्य पाठ से श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध कर दिया।काव्यपाठ के पूर्व पूर्व ब्लाक प्रमुख ने राकेश वर्मा ने अपने विचार व्यक्त किये तथा संस्था के उपाध्यक्ष रामदास ‘रत्न’ ने प्रशस्ति पत्र का वाचन किया और संगठन सचिव आनंद खत्री ने संस्था की गतिविधियों और उद्देश्य पर प्रकाश डाला।संचालन सचिव संदीप मिश्र सरस ने किया ।राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त प्रख्यात अशोक प्रजापति अन्नपूर्णा सेवा संस्थान के अध्यक्ष अनिल द्विवेदी,साहित्य सृजन मंच के मार्गदर्शक मनोज ‘मधुर और लखनऊ से शुभारम्भ सेवा संस्थान के एच के जायसवाल उपस्थिति उल्लेखनीय रही इस मौके पर कार्यक्रम प्रभारी अरविंद मधुप और नैमिष सिंह सुनील जायसवाल ने आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।
रामकिशोर अवस्थी
सीतापुर ब्यूरो