मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना गरीब प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों के लिए वरदान साबित होगी: वेंकटेश्वर लू

बरेली। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के पीछे बेहद पवित्र मंशा है। प्रतिभावान अभ्यर्थी जिन्हें केवल इसलिए अवसर नहीं मिल पाता है कि उनके पास आर्थिक संसाधन नहीं होते हैं, इसी कारण उन्हें सही वक्त पर मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है, उन्हें प्रशासनिक सेवाओं में लाकर सभ्य और स्वस्थ समाज के निर्माण में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जा सकती है। प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एवं उपमा के प्रबंध निदेशक वेंकटेश्वर लू ने ये उदगार ज्योतिबा फुले विश्वविद्यालय में आयोजित अभ्युदय योजना से सम्बंधित एक कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सेवा का महत्व समझना होगा और सेवा की भावना से किया गया कार्य ही वास्तव में समाज हित का कार्य होता है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में योग्यता के आधार पर चयन होना चाहिए न कि किसी अन्य प्राथमिक आधार पर। उन्होंने कहा कि वंचित प्रतिभावान अभ्यर्थियों को बेहतर अवसर प्रदान कर संविधान के मूलभूत परिकल्पना को और अधिक सार्थक ढंग से साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना के अंतर्गत बरेली मंडल में काफी अच्छे प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर लखनऊ मंडल के मंडलायुक्त रंजन कुमार ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय येजना के अंतर्गत दी जा रही कोचिंग में क्वालिटी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विशेष प्रयास कर ऐसा वातावरण तैयार किया जाएगा जहां पर अभ्यर्थियों को सिर्फ़ मार्गदर्शन ही नहीं, उन्हें सिविल सेवा क्रैक करने के लिए व्यवस्थित भी किया जाएगा। प्रत्येक बच्चे का ध्यान रखा जाएगा। जुलाई 2021 से एक साल के लिए पुन: कोचिंग शुरु की जाएगी। इससे पूर्व बरेली मंडल के मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि हम सब मिलकर मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत दी जा रही कोचिंग में ओरिएंटेशन बदल रहे हैं ताकि अभ्यर्थियों में यदि कोई गलत चीज घर कर गई है तो उसे भी दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि अभी तक इस योजना का फीडबैक बहुत अच्छा रहा है। इसके अंतर्गत जो वीडियो अपलोड किए गए हैं उन्हें एक सप्ताह में ही दस हजार से अधिक लोग देख चुके हैं। फ़िलहाल अभी चार यूट्यूब चैनल इसके लिए क्रिएट किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभ्युदय योजना में बरेली मंडल की एक पृथक वेबसाइट बनाई जाएगी जिससे अभ्यर्थियों को और अधिक आसानी हो जाए। उन्होंने बताया कि 6 मार्च से पुन: रजिस्ट्रेशन खुल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जल्दी ही एक स्टूडियो तैयार किया जाएगा ताकि उसमें लेक्चर्स की स्तरीय रिकार्डिंग की जा सके और वो लेक्चर्स अभ्युदय योजना के पंजीकृत छात्रों को ऑनलाइन उपलब्ध हो सकें। उन्होंने बताया कि अभ्युदय योजना के अभ्यर्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित ऐसी पुस्तकें जो गरीब अभ्यर्थी खरीद नहीं सकते उन्हे खरीद कर पुस्तकालय में रखा जाएगा। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि निश्चित रूप से यह योजना बहुत अच्छी है क्योंकि कोई भी छात्र जिस कोचिंग को ज्वाइन करता है, उसकी फैकल्टी को जरूर देखता है और इस योजना में इतने आईएएस पढ़ा रहे हैं तो अभ्यर्थी के लिए यह एक अवसर और आकर्षण तो है ही।
ज़िलाधिकारी नितीश कुमार ने इस अवसर पर बताया कि कैसे उन्होंने बरेली में बड़ी संख्या में स्मॉर्ट क्लासेज तैयार कराने शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि अगले कुछ समय में हम इस योजना के अंतर्गत दस हज़ार बच्चों को कोचिंग देने में सक्षम हो सकें। उन्होंने कहा कि संस्थागत परिवर्तन तभी संभव है जब आधारभूत संरचना मजबूत रहे और वे उसी दिशा में ठोस कार्य करने का प्रयास कर रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि संसाधनों के अभाव से जूझ रहे अभ्यर्थियों के लिए यह योजना वरदान है। ट्रेनी आईएस जुनैद अहमद ने भी कार्यशाला को सम्बोधित किया। कार्यशाला में उपस्थित कई अभ्यर्थियों ने सवाल भी पूछे जिनका लखनऊ तथा बरेली के मंडलायुक्त ने जवाब दिया।।

बरेली से कपिल यादव

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