चीफ जस्टिस हाईकोर्ट ने देवसर में नवनिर्मित मध्यस्थता केंद्र का किया वर्चुअल लोकार्पण
न्यायालय परिसर में भव्य कार्यक्रम का हुआ आयोजन,प्रधान न्यायाधीश सहित कई न्यायाधीश गण व अधिवक्ता गण रहे मौजूद
सिंगरौली/मध्यप्रदेश – देवसर न्यायालय परिसर में विगत 11 अक्टूबर दिन बुधवार को नवनिर्मित मध्यस्थता केंद्र का लोकार्पण हुआ।चीफ जस्टिस जबलपुर के कर कमलों द्वारा वर्चुअल माध्यम से मध्यस्थता केंद्र का भव्य कार्यक्रम आयोजित कर लोकार्पण किया गया।देवसर न्यायालय परिसर में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश आर एन चंद, विधिक सेवा समिति देवसर अध्यक्ष/जिला न्यायाधीश सुधीर सिंह राठौड़,जिला न्यायाधीश सुशील सिंह चौहान,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव/न्यायाधीश अभिषेक सिंह, जिला न्यायाधीश श्यामसुंदर झा, व्यवहार न्यायाधीश श्रीमती आयुषी शर्मा,देवांश अग्रवाल,श्रीमती अदिति तिवारी,अंकुर तिवारी सहित अधिवक्ता गण मौजूद रहे।लोकार्पण उपरांत जिला प्रधान न्यायाधीश आर.एन.चंद ने कहा कि देवसर में नवनिर्मित मध्यस्थता केंद्र के माध्यम से समाज के जटिल विवादों का निराकरण हो सकेगा।उल्लेखनीय है कि पूरे प्रदेश में 4 जिलों के न्यायालय परिसर में मध्यस्थता केंद्र का नवनिर्माण किया गया है।बुधवार को 04 मध्यस्थता केंद्रों का माननीय न्यायमूर्ति श्री मलिमठ मुख्य न्यायाधिपति उच्च न्यायालय जबलपुर के कर कमलों द्वारा एक साथ वर्चुअल लोकार्पण किया गया।विदित हो की मध्यस्थता केंद्र के अध्यक्ष/जिला जज सुधीर सिंह राठौड़ के कुशल मार्गदर्शन में न्यायालय परिसर में भव्य कार्यक्रम के बीच मध्यस्थता केंद्र का लोकार्पण किया गया।श्री सिंह ने बताया कि मध्यस्थता केंद्र के माध्यम से नि:शुल्क कानूनी सहायता और सलाह दी जाएगी।उन्होंने बताया कि मध्यस्थता केंद्र के माध्यम से कानून के बारे में हर नागरिक को जागरूक करने का प्रयास किया जाऐगा।साथ ही वैकल्पिक विवाद समाधान प्रणाली के माध्यम से विवादों को खत्म कराया जायेगा।इस दौरान न्यायिक अधिकारीगण, कर्मचारीगण, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष संतराम बैस, अधिवक्ता राम नरेश द्विवेदी,मुद्रिका प्रसाद द्विवेदी,एमडी सिंह,कमलेश्वर सिंह,श्रीनाथ पाठक,ज्ञानेंद्र द्विवेदी, वृजेश चतुर्वेदी सहित अन्य अधिवक्ता एवं एजीपी मारकंडे मणि त्रिपाठी, एडीपीओ केपी सिंह,पीएलवी अमरीश पाठक,पत्रकार उमाकांत द्विवेदी,गणेश चतुर्वेदी,केएस पाठक,अंबुज तिवारी सहित आशुतोष चतुर्वेदी व न्यायालयीन कर्मचारी एवं सामान्य जन मौजूद रहे।