भदोही- नगर के मोहल्ला मर्यादपट्टी स्थित रौजा कुतुब मीर उबैदुल्लाह रह. के आस्ताने के पास मदरसा जामिया शमसिया तेगिया का 39 वां सालाना जश्ने दस्तारे फरागत व जश्ने मेराजुन्नबी स.कांफ्रेंस का एनेकाद बीती रात किया गया। कांफ्रेंस का आगाज कलामे रब्बानी से हाफिज व कारी मो.आलम रजा ने किया। इस दौरान मेम्बरे नूर पे जलवाबार सितारों की मानिंद टिमटिमा रहे आलिम कारी व हुफ़्फ़ाजो को जुब्ब-ए-दस्तार की सनद उल्मा-ए-दीन के दस्ते मुबारक से आता कि गई। फारेगीन उल्मा में मौलाना राहत हुसैन गढ़वा, मौलाना सिराजुल कादरी, मौलाना सगीर अहमद, मौलाना दिलकश रजा, कारी-ए-कुरान कारी तसव्वर अली, कारी अख्तर रजा, कारी मो. अज़हरुद्दीन, कारी इमरान अली, कारी अजमल हुसैन, कारी मो.सगीर अहमद , कारी ज़ाहिद रजा, कारी गुलाम साबिर,कारी इश्तियाक आलम तथा हफ़्फ़ाज-ए-कराम हाफिज शोएब रजा, हाफिज अबु बशर, हाफिज अर्मानुल हक, हाफिज गुफरान रजा, हाफिज बरकत अली, हाफिज अबरार अहमद, हाफिज शहनवाज़ अहमद को मुफक्कीरे मिल्लत पीरे तरीकत रहबरे शरीयत शहज़ादा हुजूर शम्सुल उल्मा हज़रत अल्लामा व मौलाना मोहियुद्दीन अहमद हेशाम व मेम्बरे नूर पे जलवाबार दीगर उल्मा-ए-दीन ने अपने दस्ते मुबारक से सनद व जुब्ब-ए- दस्तार आता की। इस हसीन और पुर कैफ मंजर को देख लोग रश्क कर रहे थे तो वहीं फारेगीन उल्मा-ए-कराम कारी-ए-कुरान व हुफ्फाज-ए-कराम के मां बाप तथा घर वालो के आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे थे।लोग उन्हें दुआओं से नवाज रहे थे। मेम्बरे नूर पे जलवाबार हजरत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती फ़ैयाज़ अहमद ने कहा मदरसे के असतजा कराम की कड़ी मेहनतों का नतीजा है कि इन्ही मदरसों से फारिग हुए आलिमो के जरिये पूरी कायनात में सुन्नते खैरुल अनाम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम फैलाई जा रही है। अमन का परचम बुलंद किया जा रहा है। मौलाना ने कहा बड़े ही खुश नसीब वो मां बाप है जिन्होंने अपने बच्चों को दीन के सांचे में ढालने का काम किया।अल्लाह मैदाने महशर में ऐसे मां बाप के सरो पर चमकता हुआ ताज रखे गए जो पहचान लिए जाएंगे कि यही वो खुश नसीब मां बाप है जिन्होंने दुनिया मे अपने औलाद को हाफिजे कुरान बनाया जिन्होंने कारी-ए-कुरान बनाया जिन्होंने आलिमे दीन बनाया और वे दुनिया वालो को अल्लाह और अल्लाह के रसूल की बताई हुई बातो को लोगो तक पहुंचाया।मौलाना ने कहा कुरान को पढ़ो कुरान में शिफा है और मोमिनो के लिए रहमत है तो वहीं जालिमो के लिए खसारा है।कहा अल्लाह ने सारी मखलूक से खूबसूरत इंसान को बनाया लेकिन आज का इंसान अपने रब की नाफरमानी करता हुआ नजर आ रहा है। आज हमारा किरदार और चेहरा मुसलमान होने की गवाही नही दे रही है।मौलाना ने हादसे पाक बयान करते हुए कहा कि मेरे आका स.फरमाते है कि ऐ अली अपनी औलादों को तीन तरीके से परवरिश करो। पहला नबी स.की मोहब्बत सिखाओ। दूसरा मोहब्बते अहले बैत व तीसरा कुरान पढ़ाओ।कहा आज हम अपनी औलादों को इन सब चीजों से दूर किये हुए है। कहा अगर तुमने नबी स. की सुन्नतों को छोड़ दिया तो तुम गुमराह हो जाओगे तुम्हे परेशानियां अपनी आगोश में ले लेगी।आओ कुरआन को पढ़ो और अपने बच्चों को दिनी तालीमात से रौशन कर दो ताकि कल मैदाने महशर में तुम्हारा चेहरा चमकता हुआ नजर आए। मेम्बरे नूर पे जलवाबार सदरुल मुदर्रेसिन जामिया हेजा मौलाना फैसल अशर्फी व मदरसा के सदर हाजी अब्दुस्सलाम खां मैनेजर डॉ. अरशद महमूद को आये हुए सामईन ने उनके मेहनतों और नेक इरादों को सराहा तो वहीं उन लोगो ने आये हुए मेहमानों का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर हाजी अहमद अंसारी डॉ. मो. अज़हर आसिफ डॉ. अफरोज आलम हाजी नुरुल हक शब्बीर खां महबूब अंसारी अब्दुल हन्नान हाजी आज़ाद अंसारी फहीम अहमद मोहसिन कमाल हारून अंसारी इद्रीस खां फिरोज सिद्दीकी आज़म खां ज़फर अंसारी तंजील रब्बानी अनीस अंसारी बाबा प्रमुख रहे तो मदरसे के खैरख़्वाह आराकिने जलसा नुरैन खां मोहर्रम खां खुर्शीद खान बेलाल खान शहजादे खां आदि लोगो ने सामईन की खिदमत में लगे रहे।
पत्रकार आफ़ताब अंसारी