भोजीपुरा, बरेली। बेंगलुरु के राजाजीनगर स्थित रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को आईईडी ब्लास्ट में संलिप्तता के शक में एनआईए ने बरेली के धौराटांडा के एक धार्मिक स्थल से मौलाना को हिरासत मे लिया। भोजीपुरा थाने में नौ घंटे पूछताछ के बाद मौलाना को छोड़ दिया गया। धमाके के तुरंत बाद मौलाना बेंगलुरु से बरेली चले आए थे। इन दिनों वह विदेश जाने की तैयारी मे थे। गतिविधियां संदेह के दायरे मे होने पर एनआईए ने कार्रवाई की। टीम इमाम का मोबाइल व डायरी साथ लेकर गई है। एनआइए की छापेमारी से क्षेत्र में खलबली मची रही। एनआइए (नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी) दिल्ली की पांच सदस्यीय टीम बुधवार सुबह साढ़े सात बजे स्थानीय पुलिस और नायब तहसीलदार को साथ लेकर मौलाना के घर पहुंची। धौराटांडा निवासी एक इमाम के संबंध में जानकारी की। आधे घंटे के भीतर ही टीम ने थाने की फोर्स व मजिस्ट्रेट संग इमाम के धौराटांडा स्थित घर पर दबिश दे दी। इस दौरान अन्य लोगों को इमाम के घर आना-जाना रोक दिया गया। बंद कमरे मे टीम ने उससे पूछताछ शुरू की। उसके घर में रखी संदूक समेत एक-एक कमरे का चप्पा-चप्पा देखा। प्रपत्रों को खंगाला। इस दौरान टीम को एक डायरी हाथ लगी। टीम ने तत्काल ही डायरी जब्त कर ली। डायरी से मिले सुराग के आधार पर ही टीम ने इमाम का मोबाइल भी अपने कब्जे मे ले लिया। टीम के जाने के बाद क्षेत्र में जब क्षेत्र में मामला सुर्खियों का विषय बना तब कहानी सामने आई। चर्चा थी कि टीम इमाम को साथ लेकर गई है लेकिन भोजीपुरा पुलिस ने इस बात से इनकार किया।।
बरेली से कपिल यादव