बरेली। वृद्ध की मौत होने पर कुछ लोगों ने सांठगांठ कर उसकी जमीन पर महिला और उसके पुत्र का नाम विरासत दर्ज करा दी। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर भतीजे की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। तातारपुर के दीपचंद के पांच पुत्र पर्वत, धर्मदास, बाबूराम, नंदराम एवं डूंगर हैं। पर्वत की 31 नवंबर 2022 को मृत्यु हो गई। पर्वत के भतीजे प्रेमशंकर का आरोप है पर्वत की मौत होने के बाद कुछ लोगों की झूठी गवाही के आधार पर राजस्व निरीक्षक ने पर्वत की जमीन के रिकार्ड मे सुंदरी देवी पत्नी बाबूराम एवं सुनील कुमार पुत्र बाबूराम निवासी दूधिया नगर रूद्रपुर उधम सिंह नगर की विरासत दर्ज कर दी। प्रेमचंद का आरोप है 50 साल पहले पर्वत की शादी सत्तो के साथ हुई थी। पर्वत के मंदबुद्धि होने के कारण शादी के कुछ माह बाद सत्तो उन्हें छोड़ कर दूसरी जगह चली गई। उन्होंने दूसरी जगह शादी कर ली। पर्वत से सत्तों के कोई संतान नही हुई। पर्वत की एलआईसी पॉलिसी में उनके सगे भाई नंदराम व जानकी देवी नामिनी थे। बैंक एकाउंट भी पर्वत का नंदराम के साथ संयुक्त था। पर्वत के राशन कार्ड में प्रेमशंकर का नाम दर्ज है। उनके परिवार रजिस्टर में प्रेमशंकर और उनके भाई भगवानदास का नाम दर्ज है। मामला तहसीलदार कोर्ट मे लंबित है। उनका आरोप है राजस्व निरीक्षक ने बिना साक्ष्य के झूठे गवाही पर रूद्रपुर की महिला और उसके पुत्र के नाम विरासत दर्ज कर दी। अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन की न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी सुंदरी देवी, सुनील कुमार निवासी दूधिया नगर रूद्रपुर उत्तराखंड, सुंदर लाल, कल्लू, लालाराम, रामपाल, रामप्रसाद, दयाराम, राम किशोर, प्रेमपाल सिंह, राधेश्याम, रामप्रकाश, मुनेशपाल सिंह, रघुवीर निवासी तातारपुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।।
बरेली से कपिल यादव