बरेली। बिचपुरी मे रहने वाले करीब 100 गरीब लोगों के मकान बीडीए ने अवैध बताकर तोड़ दिए। जिसको लेकर बेघर हुए गांव वाले मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कलेक्ट्रेट मे बीडीए के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके साथ ही इस मौके पर मांग की उनका पुनर्वास कराया जाए। मई के महीने में बरेली विकास प्राधिकरण में करीब 100 गरीब मजदूरों के मकान को अवैध बताकर तोड़ दिया था, जबकि उन लोगों का आरोप है कि 25 साल पहले उन्होंने जगह की रजिस्ट्री कराई थी। वह लोग बिजली का बिल आदि भी जमा कर रहे थे। इसके अलावा उनके वोटर कार्ड भी हैं। उसके बाद भी उनके मकानों को अवैध करार दिया गया। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कह रखा है किसी भी गरीब का मकान नही तोड़ा जाएगा। अगर मकान तोड़ा जाता है तो उसे पुनर्वास कराया जाए। लेकिन बीडीए ऐसा नही कर रहा है उन्हें मकान देने के नाम पर दस हजार रुपये महीना उनसे मांगे जा रहे है।।
बरेली से कपिल यादव