बरेली। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पेटीएम पर प्रतिबंध के बाद बरेली मंडल के 12 हजार से ज्यादा वाहनों पर लगे फास्टैग भी निष्क्रिय हो गए है। अधिकतर फास्टैग के वॉलेट खाली होने के बाद टोल पर पहुंच रहे वाहन चालकों इसकी जानकारी हो रही है। ऐसे मे पेटीएम लगे फास्टैग वाले वाहनों को उस समय टोल से गुजरने के लिए नए फास्टैग की व्यवस्था करनी पड़ रही है। ऐसा नही कर पाने वालों को टोल पर दोगुना नकद भुगतान कर यात्रा पूरी करनी पड़ रही है। एनएचएआई के आंकड़ों के अनुसार बरेली मंडल के बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर जिले मे 15 मार्च के बाद भी 12 हजार से ज्यादा पेटीएम के फास्टैग यूजर्स सक्रिय हैं। मगर इन फास्टैग के रिचार्ज नही होने से अब इनकी उपयोगिता समाप्त हो गई है। इन दिनों टोल प्लाजा पर पहुंचने के बाद कई वाहनों के फास्टैग लो बैलेंस और वॉलेट खाली होने की जानकारी पर वहां उन्हें समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बरेली से मैगलगंज, रिठौरा, फरीदपुर और सबली टोल प्लाजा जुड़े है। इन सभी टोल से प्रतिदिन 50 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते है। पेटीएम फास्टैग के निष्क्रिय होने के बाद नए फास्टैग लेने के लिए वाहन स्वामियों को 500 रुपये अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। बैंक से मिलने वाले इन फास्टैग मे 150 से 200 रुपये तक न्यूनतम बैलेंस, 200 रुपये तक धरोहर धनराशि का भुगतान करना पड़ रहा है। पेटीएम फास्टैग यूजर्स अब तेजी से अपने अकाउंट को बंद कर दूसरे विकल्पों पर शिफ्ट हो रहे है। पेटीएम के एप पर फास्टैग क्लोज का विकल्प दिख रहा है। इसमे जिन वाहनों के फास्टैग पेटीएम से लिंक है। उसे लॉगिन कर इसे बंद कराया जा सकता और अपनी धरोहर धनराशि को वापस ली जा सकती है।।
बरेली से कपिल यादव