बरेली। शनिवार तड़के पीलीभीत बाईपास पर जमीन कब्जे के विवाद मे दोनों ओर से की गई फायरिंग मे गिरफ्तार टाइल्स व्यापारी पिता-पुत्र के चौकीदार की ओर से शाम को रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। इसमें पूर्व विधायक भाजपा नेता पप्पू भरतौल व राजीव राणा समेत 12 लोग नामजद और 150 अज्ञात को शामिल किया गया है। पुलिस ने करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत मे लिया है और अन्य की तलाश की जा रही है। मामले मे पहला मुकदमा इज्जतनगर थाने के दरोगा राजीव प्रकाश की ओर से दोनों पक्षों के खिलाफ दर्ज कराया गया है। इसमें एक पक्ष से संजयनगर का राजीव राणा, रोहित ठाकुर, राजेंद्रनगर का रोहित, संजयनगर का संजय व राजीव राणा के 20-25 सहयोगी और दूसरे पक्ष से लालपुर का मार्बल कारोबारी आदित्य उपाध्याय, उसका बेटा अभिराज, चौकीदार और उसके अज्ञात साथियों को आरोपी बनाया गया है। दरोगा का आरोप है कि इन लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर जानलेवा हमला किया और वहां दहशत का माहौल बना दिया। दहशत के चलते वहां की दुकानें बंद हो गईं और भगदड़ मच गई। इस मुकदमे में बलवा, जानलेवा हमला, तोड़फोड़, आगजनी और सात क्रिमिनल लॉ की धाराएं लगाई गई है। मामले में दूसरी रिपोर्ट आदित्य उपाध्याय के कर्मचारी शीशगढ़ के गांव बैरमनगर निवासी रोहित शर्मा की ओर से दर्ज कराई गई है। इसमें राजीव राणा, हरिओम, गौरीशंकर, संजय, राधे, आशीष, राजन, रोहित ठाकुर, केपी यादव, शिवम ठाकुर, पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल, राधे और 150 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। रोहित का कहना है कि सुबह करीब साढ़े छह बजे वह दुकान पर बैठा था तो आरोपी वहां पहुंचे और जान से मारने की नीयत से फायरिंग शुरू कर दी। मारपीट कर दुकान में रखे दो लाख रुपये व मोबाइल लूट लिए। अभिराज को तेल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की और जेसीबी से दुकान का सामान तोड़ दिया। पुलिस के आने पर सभी आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले। उन्होंने बलवा, लूट, जानलेवा हमला, तोड़फोड़ और जिंदा जलाने की कोशिश के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पूर्व विधायक पप्पू भरतौल ने अपनी नामजदगी को लेकर सफाई दी। अमर उजाला को उन्होंने बताया कि वह शुक्रवार शाम ही बरेली से वृंदावन चले आए थे। यहां से उन्हें उज्जैन में महाकाल के दर्शन को जाना है। बताया कि राजेश राणा की कार का नंबर उनकी कार के नंबर से मिलता हुआ है इसलिए लोग मानते हैं कि राजेश से उनका जुड़ाव है। पप्पू भरतौल का कहना है कि किसी भी पक्ष से उनका कोई लेना देना नही है। उनके विरोधियों ने एक पक्ष को उकसाकर रिपोर्ट लिखा दी है। जांच में सब साफ हो जाएगा।।
बरेली से कपिल यादव