पूर्णिया – महज तीन दिन में मौसम का हाल बदल गया। अंधी और तूफान से निकलकर तापमान 40 डिग्री पर पहुंच गया । एक तरफ तो इस भीषण गर्मी से लोग अपने घर से निकलने पर मजबूर है। बाजार के दुकाने बिना ग्राहक के खाली पड़े है । सड़के सुनसान है। कुछ एक्का दुक्का लोग दिख जाते है जो ज्यादा परेशान हैं। और इस धूप में निकलना जिनकी मजबूरी है।तेज धूप से हालांकि शहर में लोग परेशान नजर आए। चिपचिपाती गर्मी और पारा एक बार में बढ़ने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई। प्यास मिटाने के लिए ठंडा पानी और आइसक्रीम का सहारा लिया। स्कूलों में गर्मी छुट्टी हो रही है। अभी कई स्कूल खुले हैं इससे स्कूली बच्चों को थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है।
बदलते मौसम और अचानक गर्मी के कारण बच्चे से लेकर बुढ़े तक बीमार हो रहे हैं। पर किसान इस चमचमाती धूप से खुश हैं उनकी मक्के की फसल की दौनी और सुखाई आसान हो गई है। सभी किसान जम कर
अपने मक्के की तैयारी में जुटे हैं कि ना जाने कब मौसम का मिजाज बदल जाय और सब मकई बर्बाद हो जाय।
खासकर रमजान का महीना चल रहा है। इसमें रोजादार रोजा रख रहे हैं। इस तेज गर्मी से उनकी परेशानी बढ़ा दी है। उमस भरी गर्मी में डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है। अभी रमजान का पूरा महीन बचा हुआ है। अगर ऐसी गर्मी हुई तो उनके लिए परेशानी बढ़ती चली
डॉक्टर का मानना है कि तेज धूप और उमस भरी गर्मी के कारण डीहाइड्रेसन का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में लोगो को पर्याप्त रूप से पानी पीना चाहिए।
-शिव शंकर सिंह ,पूर्णिया/ बिहार