पार्टी प्रत्याशियों की हार-जीत पर सटोरियों का दांव, खुफिया तंत्र की रडार पर हैं सट्टेबाज

बरेली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मे पार्टी समर्थित प्रत्याशियों की हार-जीत पर सट्टे का दांव लग रहा है। पुलिस के पास इसका इनपुट है। अंदर खाने छापेमारी भी शुरू कर दी गई है। हालांकि अभी तक एक भी सटोरिया हत्थे नहीं चढ़ा है।आइपीएल को लेकर सट्टे का कारोबार काफी पुराना है। यह कारोबार दिल्ली से चलता है। टीम की हार-जीत पर बाकायदा रुपये लगाए जाते है। सियासी घमासान में सट्टेबाजी का बाजार गर्म है। जिले के कई स्थानों पर प्रत्याशियों की जीत-हार पर दांव लग चुका है। हर प्रत्याशी पर मतदान के रुझान के अनुसार पैसा लगाया जा रहा है। सबसे ज्यादा पैसा भाजपा समर्थित प्रत्याशियों पर लग रहा है। आपको बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की वोटिंग 15 अप्रैल को होनी है। जिसके परिणाम दो मई को आने हैं। लेकिन प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर सट्टेबाजी का बाजार गरम हो गया है। प्रत्याशी की जीत को लेकर लाखों रुपये के दांव लग चुके हैं। कौन जीतेगा और कौन हारेगा यह तो दो मई को मतगणना के बाद ही पता चलेगा। सट्टा बाजार में यह कमाई का जरिया बन गया है। सट्टा बाजार में भाजपा समर्थित प्रत्याशी की जीत पर 50 रुपये तक का भाव चल रहा है, जबकि सपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों पर 45 रुपये का भाव तय हो चुका है। कम भाव का मतलब जीत की संभावना होती है और ज्यादा भाव का मतलब जीत की उम्मीद बहुत कम होती है। लेकिन उस पर सट्टा लगाने वाले एक या दो लोग नहीं है। हर गांव में सैकड़ों की संख्या में लोग सट्टा लगा रहे हैं। अन्य प्रत्याशियों पर कोई भाव तय नहीं हुए। सट्टेबाजों पर खुफिया विभाग नजरे रखा हुआ है। माना जा रहा है कि पुख्ता सबूत हाथ लगने के बाद ही सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया जाएगा। दो मई को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आएंगे। ऐसे में सटोरियों की निगाह दो मई पर टिकी है। मतगणना सुबह से ही शुरू होगी। ऐसे में प्रत्येक राउंड से लेकर सीटों पर सटोरियों की नजर रहेगी। सुबह से सट्टे का दौैर गांव की सरकार बनने तक जारी रहेगा।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।