बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। प्रदेश सरकार भले ही गरीबों को पीएम आवास दिलाकर लाभान्वित करने का दावा कर रही है। लेकिन अभी भी बहुत से गरीब परिवार इस योजना से वंचित हैं। बरसात के महीने मे झोपड़ी मे रहने को मजबूर है। बारिश से बचने के लिए इन परिवारों को पालीथिन या दूसरे के छत का सहारा लेना पड़ रहा है। फतेहगंज पश्चिमी विकास खंड ग्राम पंचायत सतुइया खास का मझरा पटवइया निवासी कल्पना भी आवास से वंचितों में से एक है। पति सुरेश के पास जमीन भी नही है। वह आज भी झोपड़ी बनाकर जीवन यापन कर रहा है। छत के नाम पर कुछ भी नही है और थोड़ी सी बारिश के बाद झोपड़ी में चारों ओर पानी टपकने लगता है। इस दौरान सामान भी भीग जाता है। कल्पना ने बताया कि वह बेहद गरीब हैं। निकलने के लिए भी कोई समुचित रास्ता नहीं है। रास्ता खाली होने के कारण जलभराव हो जाता है। जमीन न होने कारण पति मजदूरी कर जैसे-तैसे बच्चो का भरण पोषण कर रहे हैं। उसका कहना कि कई बार प्रधान से आवास की मांग की गई लेकिन आज तक आवास नहीं मिला है। सुरेश का कहना है कि गांव में पात्रों का सर्वे हुआ था। जिसमे नाम भेजा गया था। इसके बाद भी उसे आवास का लाभ नही मिला है। बिना आवास सुरेश को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित ने सरकार से आवास दिलाये जाने की मांग की है। यही हाल गांव में कई अन्य गरीबों का भी है।।
बरेली से कपिल यादव