पटना – नए डीजीपी केएस द्विवेदी के पदभार संभालते ही पुलिस प्रशासन में बड़े बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। यह बदलाव राज्य के वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारियों के परफॉर्मेंस पर आधारित होगा। इसके लिए सीआइडी के अपर पुलिस महानिदेशक ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। पुलिस प्रशासन में होने वाला बदलाव इस रिपोर्ट पर आधारित होने के संकेत हैं ।
दरअसल, पुलिस जिलों, पुलिस रेंज व जोन में पिछले तीन वर्षों से अधिक समय से पदस्थापित पुलिस अधिकारियों के तबादले की तैयारी विगत जनवरी माह से चल रही थी। उस वक्त इसे इसलिए टाल दिया गया कि 28 फरवरी को तत्कालीन डीजीपी पीके ठाकुर रिटायर होनेवाले थे। इसलिए नए डीजीपी को ही अपनी टीम चुनने का मौका देने का निर्णय लिया गया।
बता दें कि विगत 3 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की विधि-व्यवस्था की जिलावार समीक्षा की। उस समीक्षा में पाया गया कि राज्य के 17 जिलों में आपराधिक वारदातों के ग्राफ में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। तब मुख्यमंत्री ने सीआइडी के अपर पुलिस महानिदेशक विनय कुमार को इन सभी 17 जिलों में आपराधिक वारदातों में हुई वृद्घि की समीक्षा करने का आदेश दिया था। पिछले दो महीने से विनय कुमार इन सभी 17 जिलों में अपराध के ग्राफ की समीक्षा कर रहे थे।
अब उनकी रिपोर्ट तैयार है जिसे नए डीजीपी केएस द्विवेदी जल्द ही मुख्यमंत्री को सौंपने वाले हैं। सूत्र बताते हैं कि अगले सप्ताह इसी रिपोर्ट के आधार पर जिलों से लेकर पुलिस रेंज और पुलिस जोन से अधिकारियों का तबादला किया जाएगा।
इससे एक बात तो तय है कि इस तबादले का सबसे अधिक प्रभाव राज्य के उन 17 जिलों पर पड़ेगा, जहां आपराधिक घटनाओं में वर्ष 2016-17 के मुकाबले वर्ष 2017-18 में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पुलिस मुख्यालय के सूत्रों की मानें तो इस प्रस्तावित तबादले में राज्य के दो दर्जन जिलों के एसपी समेत सभी पुलिस रेंज व जोन की तस्वीर बदल सकती है।
– नसीम रब्बानी ,पटना/ बिहार