बरेली। तीन सौ बेड अस्पताल मे काम करने वाले संविदाकर्मी एक बार फिर हटाए जा चुके हैं। चार दिन पहले 30 से ज्यादा स्टाफ मे केवल दो लैब टेक्नीशियन और कुछ स्वास्थ्यकर्मी ही बचे हैं। शुक्रवार को तीन सौ बेड अस्पताल से हटाए गए स्वास्थ्यकर्मी दोबारा नौकरी पाने के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगाने पहुंचे। हटाए गए कर्मचारियों का कहना है कि कलेक्ट्रेट में इंटरव्यू देने के बाद उन सभी की भर्ती नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत होनी थी। बाद में एनएचएम की जगह सभी को ठेका कर्मचारी बना दिया गया। अब फिलहाल कोविड के केस न होने का हवाला देते हुए इन सभी कर्मचारियों को हटाया जा रहा है जबकि कुछ स्टाफ की भर्ती इसी तीन सौ बेड कोविड अस्पताल में की जा रही है। ऐसे में सवाल है कि जब कोविड नही है तो दूसरा स्टाफ क्यों भर्ती किया जा रहा है। इससे पहले, पिछली बार दूसरी लहर आने से पहले भी ठेका पर लगे स्टाफ को हटा दिया गया था। तब करीब डेढ़ महीने से ज्यादा समय तक स्टाफ ने तीन सौ बेड कोविड अस्तपाल के गेट पर प्रदर्शन किया था। इस बीच दूसरी लहर शुरू होने के बाद स्टाफ को दोबारा भर्ती कर लिया गया था। संविदा कर्मियों ने जिलाधिकारी से कोविड के समय में दिए गए बलिदान को याद कराते हुए पुनः नौकरी पर रखने की मांग की है।।
बरेली से कपिल यादव