बरेली। ट्रैफिक पुलिस द्वारा ई-रिक्शा के लिए गलत रूट बनाये जाने व बहुत ज्यादा सख्ती की वजह से ई-रिक्शा चालकों को काफी परेशानी हो रही है। वह भुखमरी व आत्महत्या की कगार तक पहुंच गए है। इस मामले मे शुक्रवार को यूनियन के पदाधिकारियों व ई रिक्शा चालकों ने एसएसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। इस दौरान एसएसपी को ज्ञापन देने आए पदाधिकारियों ने बताया कि बरेली ट्रैफिक पुलिस द्वारा ई-रिक्शा के लिये गलत तरीके से छह रूट बनाये गये है। जो कि हर लिहाज से सरासर गलत है। जिस तरह ऑटो वालों को 16 किमी परिधि मे जाने की छूट है। उसी तरह ई-रिक्शा वालों को भी 16 किमी की परिधि मे जाने की छूट मिलनी चाहिए। रूट बहुत ज्यादा घुमाकर लम्बे व सुनसान जगह से दिये गये है। जिसकी वजह से सवारी बहुत कम मिलेगी व समय बहुत ज्यादा लगेगा। बैटरी भी जल्दी डिस्चार्ज हो जाएगी। ई-रिक्शो व ऑटो वालों के लिए प्रमुख सड़कों पर एक लेन (पट्टी) बना दी जाये। जिससे यातायात सुचारू चलता रहेगा। रूट बनाने से ई-रिक्शा व ऑटो वालों का शोषण बहुत बढ़ जायेगा । मुख्य जगहों पर चौकी चौराहा, कचहरी, किला, पटेल चौक आदि 34 जगहों पर आना-जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है जो कि सरासर गलत है। ट्रैफिक पुलिस ने कोहाड़ापीर पेट्रोल पम्प से इज्जतनगर स्टेशन तक 990 ई-रिक्शा वालों का रूट बनाया है। जबकि वहाँ अगर एक के पीछे एक ई-रिक्शा भी लगा दिये जायें तब भी 990 ई रिक्शा उस छोटी जगह में नहीं समा सकते तो सवारियों मिलने का तो सवाल ही नहीं है। ई-रिक्शा पैडल वाले रिक्शों की तरह ही गली-गली होते हुए सवारियों को छोड़ते हैं। इनके लिए रूट बनाया जाना बिल्कुल गलत है। उन्होंने एसएसपी से मांग कि ई-रिक्शा व ऑटो के लिये रूट न बनाये जाये बल्कि एक लेन बनायी जाये जिससे यातायात के साथ-साथ गरीबों की रोजी-रोटी भी चल सके।।
बरेली से कपिल यादव