बरेली/ फतेहगंज पश्चिमी – टिटौली गांव में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत सातवें दिन मंगलवार को रथ पर बालाजी की प्रतिमा रखकर शोभायात्रा निकाली गई शोभायात्रा इमामबाड़ा के पास पहुंचने पर दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध कर दिया, मामला हाथापाई तक पहुंच गया, 2 पक्षो की विवाद की सूचना मिलते ही फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, शाही पुलिस और सीओ मौके पर पहुंच गए, दोनों पक्षों को समझाया लेकिन वे नहीं माने तो 3 लोगों को थाने भेज दिया गया, शोभा यात्रा की अनुमति नहीं होने पर पुलिस ने शोभा यात्रा को दूसरे रास्ते से निकाल कर (गंतव्य) भमसेन मंदिर तक तक पहुंचाया,
टिटौली गांव, में भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी दीनानाथ श्रीवास्तव भमसेन स्थल पर बनाए गए मंदिर में स्थापना करने के लिए बालाजी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम कर रहे थे, श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन मंगलवार को बालाजी की मूर्ति रथ में विराजमान करके क्षेत्र के विभिन्न मार्गो से शोभायात्रा निकाली जा रही थी शाम करीब 4 बजे शोभा यात्रा दूसरे समुदाय के इमामबाड़ा के पास पहुंची तो दूसरे समुदाय के लोगों ने उसे रोक दिया आयोजक नहीं माने तो एक ग्रामीण रथ के आगे लेट गया इसको लेकर दोनों पक्षों में तीखी बहस होने लगी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई पुलिस कर्मियों की संख्या कम होने के कारण स्थिति नियंत्रण में नहीं हुई तो अतिरिक्त बल बुला लिया गया थाना प्रभारी संजय सिंह की अगुवाई में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराने की कोशिश की मगर भीड़ के तेवर देख एसएसओ संजय सिंह ने मीरगंज (सीओ) क्षेत्राधिकारी को सूचित किया मौके पर पहुंचे सीओ राजकुमार के साथ कई थानों की फोर्स पहुंच गई और शोभायात्रा रोक दी गई ,कार्यक्रम की अनुमति नहीं होने पर थाना प्रभारी संजय सिंह ने शोभा यात्रा दूसरे रास्ते से निकालकर भमसेन तक पहुंचवा दी वही आयोजकों का कहना था कि होली संगीत सभी त्योहार का जुलूस भी इसी रास्ते से निकलता था फिर शोभायात्रा क्यों रोक दी गई, तो फिर पुलिस ने बताया बगैर परमिशन के कारण शोभायात्रा को रोका गया है आयोजक उसी रास्ते से जाने की जिद और नोकझोंक करने लगे ,तो आयोजक दीनानाथ समेत 3 तीन लोगों को थाने भेज दिया गया, एक पक्ष को थाने भेजने पर लोग उग्र होने लगे तो उन्होंने लोगों को बहुत समझाया वे नहीं माने तो 2 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर आयोजकों को थाने से बुलाकर मूर्ति को रथ से उतरवाकर पूजा स्थल पर रखवा दी उसके बाद मामला शांत हुआ ,
बरेली से संवादाता डॉक्टर मुदितप्रताप सिंह की रिपोर्ट