बरेली। पिछले दिनों स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने आदेश जारी कर सभी शिक्षकों की संबद्धता खत्म कर दी थी। इसी के तहत शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त होने के बाद जेल व बाल ग्रह में तैनात शिक्षक अधर में अटक गए है। बेसिक शिक्षा विभाग इन सभी शिक्षकों को मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने के लिए कह रहा है जबकि कारागार प्रशासन इन्हें रिलीव नहीं कर रहा है। इस कारण इन शिक्षकों का वेतन भी रुक गया है और जेलों में पढ़ाई भी ठप हो गई है। जेल और सुधार गृह में बंदियों व किशोर बच्चों को पढ़ाने के लिए सरकार ने शिक्षा विभाग से शिक्षकों को अटैच किया था। महानिदेशक के आदेश के बाद बीएसए ने जिला जेल, सेंट्रल जेल, बाल संप्रेषण गृह में अटैच सभी छह शिक्षकों को अपने मूल विद्यालय में वापस आने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि कारागार प्रशासन के स्तर से कोई आदेश ना आने के कारण अभी इन लोगों को जेलों से रिलीव नहीं किया गया है। रिलीविंग न मिलने से यह लोग मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं कर पाए है। इसके चलते उनका वेतन भी रोक दिया गया है। इस बारे में बीएसए विनय कुमार ने बताया कि शासन के आदेश के क्रम में सभी शिक्षकों को मूल विद्यालय में ज्वाइन करने को कहा गया था। यदि यह लोग मूल विद्यालय में ज्वाइन नहीं करेंगे तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि बीएसए से संबंध में वार्ता हुई। हमने उनको एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने शिक्षकों को रिलीव करने के लिए कहा है। हमने अपनी समस्या उनके सामने रखी है। यदि शिक्षक रिलीव हो गए तो हमारे यहां पठन-पाठन पूरी तरह ठप हो जाएगा। बीएसए ने उच्च अधिकारियों से निर्देश लेकर दोबारा से शिक्षक भेजने की बात बताई है।।
बरेली से कपिल यादव