राजस्थान /बाड़मेर – जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के चुनावो की घोषणा के बाद भी मताधिकार का प्रयोग करने में दो सप्ताह बाकी है लेकिन जनवरी महिने से ही हजारों वोटिंग कार्ड अटके हुए हैं ना तो कोई जिम्मेदार है जो मतदाताओं को ये कह सकें की अब तो आ जाएगा लेकिन आश्चर्य तो तब होता है जब जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला कलेक्टर निशान्त जैन का भी वोटिंग कार्ड नही बनकर आया है तो फिर साधारण मतदाताओं को सिर्फ इन्तजार करने के अलावा और कोई उपाय नहीं है।
आजकल उम्मीदवार नेताओं के लिए बडे़ नेताओं की रेलियो में एक एक वोट लाने की जिम्मेदारी जन प्रतिनिधियों, नये मतदाताओं में जागरूकता बढ गई है। नये मतदाताओं के नाम आजकल आनलाइन जोड़ें गए हैं एक जनवरी तक या फिर मतदाता सूची प्रकाशित होने तक सूची में शामिल मतदाता सूची में शामिल होते थे।
आजकल निर्वाचन विभाग द्वारा जारी की गई मतदान सूची में जिले की मतदाता सूचियों में ऊपरी पृष्ठ नया जरूर लगा हुआ है और भीतर पेज पर मकान नम्बर, अनुभाग नहीं बदले गए हैं सोचने वाली बात यह है कि मतदान करने वाले मतदाताओं के फोटो भी कई सालों पहले की लगी हुई है । मूल मतदाता सूची में ज्यादा मतदाताओं के पुराने फोटो लगभग बीस साल पुरानी लगी हुई है जो पहली बार पहचान पत्र बनाने के लिए 1996 में लिए गए थे । और वर्तमान में कई मतदाता युवा से प्रोढ बन चुके हैं। शहर में कई जगहों पर मकान नं एक से शुरू नहीं होकर पहले जेसे ही अंकित है । कई जगहों पर अभी भी मकान नम्बर वार्डों के पुनर्गठन से पहले के जो पुराने है वहीं अंकित है ओर कई मकान नम्बर जीरो नम्बर पर भी अंकित है ।
मतदाताओं के मतदान केंद्र ओर कई जगहों पर बी एल ओ के निवास भी एक से तीन चार किलोमीटर दूरी पर स्थित है वार्डों में रहने वाले सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों को नहीं लगाकर दूर दराज के जिलों में रहने वाले अध्यापकों को लगाया गया जाता है वास्तव में वो बी एल ओ वार्ड के बारे में अनभिज्ञ होते हैं ।
मतदाताओं के ज्यादातर मतदान केंद्र अन्य मतदान क्षेत्र में होने से बुजुर्ग व्यक्तियों को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शहर की रेल्वे लाईन कई नगर परिषद के वार्डों को विभाजित करती है ,आधे अधूरे मतदाताओं को एक तरफ ओर आधे मतदाताओं को दुसरी तरफ और जेसे पुलिस लाइन, मधुबन कालोनी के निवासीयो को रेलवे लाइन क्रोस करके नेहरू नगर में मतदान करते हैं लेकिन पुलिस लाइन में भी मतदान केंद्र बना हुआ है वो अन्य मतदाताओं को मताधिकार करने के लिए।
सेवानिवृत्ति इन्जीनियर बी एल शर्मा ने बताया कि बाड़मेर जिले की मूल मतदाता सूची 2002 में बीएलओ द्वारा घर घर जाकर बनाई गई थी । तत्पश्चात नये नाम जोड़ने ओर हटाये गया था लेकिन बाड़मेर शहर के बाहरी वार्डों में
मतदाताओं को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है । कई नए मतदाताओं के मकान बन गए हैं। शहर में कई जगहों पर बूथ नजदीक होने के बावजूद भी दूर स्थित दूसरे मतदान केंद्र पर मतदान करने मजबूरीवश जाना पड़ता है । जैसे आज़ाद चौक,खागल मोहल्ला,गाधी चोक, वाणिज्य कर विभाग बूथ पार करके हाई स्कूल बूथ पर जाना पड़ता है । कई कई जगहों पर एक ही वार्ड के दो भाग करके ओर दो बी एल ओ ओर कई जगहों पर एक ही परिवार के लोगों के नाम भी अलग अलग बूथों पर होने से मतदाताओं को मताधिकार करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।
फर्जी मतदान रोकने के लिए सरकारी स्तर पर पहले सत्रह दस्तावेजों की जरूरत होती है लेकिन सरकार ने आवश्यक रूप से आधार कार्ड से मतदाताओं के नाम लिंक करने के लिए बी एल ओ ने करीबन सभी वार्डो में अपने कार्यों को पूरा किया गया था लेकिन वो आज तक भी सरकारी खानापूर्ति के नाम पर अधूरा ही रहा।आजकल सरकार द्वारा लगभग एक दर्जन सरकारी कार्यालयों के दस्तावेज दिखाकर मतदान कर सकते हैं। कई बीएलओ नाम जोड़ने, काटने, हटाने अन्य मतदान केंद्र पर जोड़ने के आवेदन मतदाताओं से फार्म लेकर विभाग में जमा करवाया जाता है लेकिन न तो कोई नाम हटा दिया, किसी व्यक्ति का एक ही मतदान सूची में दो जगह पर नाम दर्ज है ओर फिर से वही पुरानी मतदाताओं की सूची लेकर जनता जनार्दन के कोप से ग्रस्त होते हैं ।
कड़वा सच- उपखंड अधिकारी और निर्वाचन अधिकारी समुद्र सिंह भाटी ने कहा कि जनवरी महिने के एपिक वोटिंग कार्ड अभी तक नहीं मिला है उसके लिए हमारे द्वारा मेल भेजा गया है लेकिन लोकसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को वोटिंग कार्ड मिल जाएगा और अन्य अधिकृत दस्तावेजों से भी मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं।
लोकसभा आम चुनाव 2024 के दौरान अधिकाधिक मतदान सुनिश्चित करवाने के लिए आओ बूथ चले अभियान के तहत रविवार को समस्त मतदान केन्द्रों पर मतदाता मार्गदर्शिका एवं मतदाता पर्ची का वितरण किया जाएगा। इस दौरान निर्वाचन प्रक्रिया एवं मतदान दिवस पर उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी निशान्त जैन ने बताया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देशानुसार आओ बूथ चले अभियान के तहत मतदाताओं को मतदाता पर्ची एवं मार्गदर्शिका का वितरण करने के साथ मतदाता सूची में नाम एवं क्रमांक की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान वीएचए एप, सी-विजिल एप पर आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत संबंधित प्रक्रिया, केवाईसी एप से अपने उम्मीदवार को जानने के बारे में बताया जाएगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी जैन ने बताया कि मतदान दिवस छब्बीस अप्रैल के दिन मतदान केन्द्र पर पीने के लिए पानी, बैठने की व्यवस्था,छाया आदि सुविधाओं के बारे में बताया जाएगा। इसी तरह मतदाताओं की सहायता के लिए वोटर हेल्प डेस्क, विशेष योग्यजन एवं वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए वॉलिंटियर की नियुक्ति, मतदान केन्द्र में रैम्प, व्हीलचेयर एवं परिवहन सुविधा की जानकारी दी जाएगी।
राजस्थान से राजूचारण