बरेली। कोरोना संक्रमण के चलते रेलवे ने जंक्शन पर स्थित साइकिल स्टैण्ड पर ठेके की राशि की भरपाई के बराबर आय न आने से ठेकेदार ने ठेका छोड़ दिया। कोरोना काल के चलते पिछली साल 22 मार्च से अधिकांश यात्री ट्रेनों का संचालन बन्द चल रहा है। रेलवे ने सितम्बर से कुछ स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। जिनमें आरक्षित टिकट धारकों को यात्रा करने की अनुमति दी गई है। रेलवे जंक्शन स्थित साइकिल स्टैण्ड साईकिल के लाइसेंस की वैधता 31 मार्च 2020 को खत्म हो गई थी। जिसके बाद जीआरपी ने साईकिल स्टैण्ड में खड़े वाहनों को अपने कब्जे में लेकर वाहन चालक से मूल कागजातों को देखकर उन्हें वाहन सुपुर्द कर दिये गया थे। एक अप्रैल 2020 में ठेकेदार द्वारा साईकिल स्टैण्ड का ठेका न लेने से 31 मार्च 2021 तक पूरी साल साईकिल स्टैंड बन्द रहा। ठेकेदार ने मार्च 2021 में एक अप्रैल से तीन माह के लिए 50 हजार रूपये में साइकिल स्टैण्ड का ठेका लिया गया था। लेकिन कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप तेजी से फैलने की वजह से रेलवे ने अधिकांश स्पेशल ट्रेनों का संचालन बन्द कर दिया। जिससे साईकिल स्टैण्ड पर न के बराबर वाहन पार्किग होने लगे। साइकिल स्टैण्ड पर ठेकेदार के कर्मचारी का कहना है कि ठेकेदार को उम्मीद थी कि अप्रैल से यात्री ट्रेनों के संचालन में इजाफा होगा लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के आते जो स्पेशल ट्रेनों का संचालन हो रहा था। वह भी रेलवे ने बन्द कर दिया। साइकिल स्टैंड पर एक दिन में 20 से 25 वाहन ही बामुश्किल आते थे, जिनसे 400 से 500 रूपये ही मिल पाते थे। जिससे स्टैंड के तीन कर्मचारियों का मानदेय भी नहीं निकल पाता था। आखिर ठेकेदार ने साईकिल स्टैण्ड को बन्द करने का निर्णय ले लिया। कोरोना काल के बाद ही जब यात्री ट्रेनों का संचालन सुचारू रूप से होगा, तभी साईकिल स्टैण्ड शुरू होगा। ठेकेदार ने फिलहाल साईकिल स्टैण्ड खाली करके जीआरपी व आरपीएफ सहित रेलवे के आला अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर साईकिल स्टैण्ड के मुख्य द्वार पर रस्सी बांध दी है। रेलवे के अधिकारियों का कहना साईकिल स्टैण्ड की गेट पर ताला डालने के लिए जीआरपी से कह दिया गया है, ताकि साईकिल स्टैण्ड के अन्दर कोई चोरी आदि का वाहन खड़ा करके न भाग जाये।।
बरेली से कपिल यादव