पौड़ी गढ़वाल- एक तरफ तो पूरा विश्व पर्यावरण दिवस मनाता है और प्रदेश हरेला पर्व के नाम पर हजारों की संख्या में पेड़ लगाता है वही दूसरी ओर पहाड़ो में अक्षय ऊर्जा के नाम पर हजारों पेड़ो को बेदर्दी से काट दिया गया विभाग खुली आँखों से देख रहा है और देखकर भी अनदेखा कर रहा है कारण चंद सोने के सिक्के।
ग्रामीणों का आरोप है कि किसी बड़े अधिकारी के रिलेटिव होने की वजह से प्रसाशन कार्यवाही नही कर रहा है।
पूरा विश्व पर्यवरण दिवस मनाता है व हर साल हरेला के नाम पर नेता,जनप्रतिनिधि, अधिकारी पेड़ लगाते है परन्तु यहाँ पर कुदरत ने हजारों पेड़ उगाए थे उनको बचाने कोई भी नही आया।बात पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल ब्लॉक के रौतेला सैन की है जहाँ पर किसी बाहरी द्वारा सौर्य ऊर्जा प्लांट लगाया जा है।जिसके लिए दलालों से मिलकर ग्रामीणों की भूमि को औने पौने दामों में खरीदकर या फिर कुछ लीज पर लेकर ये प्रोजेक्ट यहाँ पर लग रहा है न तो इस प्रोजेक्ट पर ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है न ही कुछ और।
सौर्य ऊर्जा प्लॉट के नाम पर कार्यदाही संस्था ने ग्रामीणों की भूमि कब्जा दी है और जोर शोर से गांव के जंगलों को काटा गया है जिसके कारण जंगली जानवरों ने गांव वासियो का जीना मुहाल कर दिया है जंगल में पेड़ आदि कटने से जानवर अब गांवो का रुख कर रहे हैं।
गांव वासियो का कहना है कि उनके द्वारा प्रसाशन को भी सूचित किया गया लेकिन उक्त प्रोजेक्ट पर कोई कार्यवाही नहीं हुई उसका कार्य बदस्तूर जारी है।
गांव वासियो ने बताया कि उनके द्वारा कई बार इसकी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी , तहसीलदार व उपनिरीक्षक को दी लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।
इसके अलावा इन प्लांट वालो ने गांव वासियो के पुराने रास्ते बंद कर दिए , व लोगो की भूमि पर जबरन कब्जा किया जा रहा है तारबाड़ करके लोगो को जबरन जमीन बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है
सबसे बड़ी बात यह है कि यहाँ पर एससी वर्ग की भूमि को भी बेच दिया गया है हालांकि राजस्व उपनिरीक्षक का कहना है कि उनकी रजिस्ट्री कैंसल हो रही है।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल