उत्तराखंड/पौड़ी गढ़वाल- बीती रात तैड़िया गांव में रात को गोविंदराम के घर के पास की गौशाला की छत की पटाल व लंबी बल्ली निकालकर बाघ ने गौधन को मारने का प्रयास किया । प्रत्यक्षदर्शी गोविंदराम का कहना है कि जब पटाल टूटने की आवाज आयी तो वह टॉर्च लेकर बाहर आये देखा तो सामने गौशाला की छत पर बाघ बैठा कारनामा कर रहा था।हल्ला करने पर कमला देवी भी बाहर निकली ।तब जाकर बाघ कहीं भागा।
तबसे गांव में बाघ का खौफ बरकरार है।गौरतलब है कि गांव के उमराखोली में गोविंदराम व उनकी पत्नी रहते हैं।कॉर्बेट पार्क के चलते गांव में यह सब आये दिन होता है लेकिन वन प्रशासन व शासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। गांव में जहां निवासरत शेष लोगों का जीवन खतरे में है वहीं उनकी जीवन शैली व खेती ,पशुधन का लगातार ह्रास हेता जा रहा है।उक्त प्रकरण के बारे में वन कर्मियों को अवगत भी कराया गया लेकिन किसी के कान में जूं तक न रेॆगी शायद वह भी किसी बड़े हादसे की इंतजारी कर रहे हैं ।