इमरजेंसी सुविधाओं को मजबूत करने के लिए प्रशिक्षित होंगे पारामेडिकल स्टॉफ और चिकित्सक
 

  • तीन दिनों का होगा चिकित्सकों का प्रशिक्षण 
  • अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगी आकस्मिक सेवा 
  • प्रशिक्षुओं को मिलेगा सर्टिफिकेशन 

वैशाली/बिहार- जिले में एक्सीडेंट और इमरजेंसी केस के कुशल प्रबंधन के लिए जिले के चिकित्सक और पारा मेडिकल के प्रशिक्षण का शुभारंभ पटना से राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने किया। जिले में यह प्रशिक्षण गुरूग्राम  मेदांता हॉस्पिटल के डॉ मनीष और डॉ शशांक देंगे। यह केयर इंडिया के सलाहकार के रूप में यहां प्रशिक्षक के तौर पर आए हैं। प्रशिक्षण शुभारंभ के मौके पर कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने कहा कि एक्सीडेंट और इमरजेंसी केस किसी भी अस्पताल का चेहरा होता है। कोविड के दौरान हमने यह महसूस किया है। इससे पहले हमने इमरजेंसी सर्विस का पायलट आरा, जमुई, सहरसा, समस्तीपुर और गोपालगंज में किया है। जिसका रिस्पांस अच्छा मिला है। वैशाली से हमने कुछ इमरजेंसी स्किल सेट के प्रशिक्षण का कार्य आरंभ किया है जो एक स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर अमूमन पता ही होना चाहिए। केयर के माध्यम से हमने इमरजेंसी मेडिकल टीम को प्रशिक्षित करने का जिम्मा उठाया है। जिसमें चिकित्सक, पारामेडिकल स्टॉफ यहां तक कि सिक्यूरिटी गार्ड भी इसमें शामिल हैं। यह प्रशिक्षण थ्योरी न होकर प्रैक्टिकल पर ज्यादा जोर देगी। 

चिकित्सकों को मिल रहा तीन दिन का प्रशिक्षण:
 
केयर इंडिया के डीटीएल सुमित कुमार ने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में चिकित्सकों को तीन दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रथम बैच में कुल 35 चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शेष बचे चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के मौके पर सिविल सर्जन डॉ श्याम नंदन, डीएस डॉ वर्मा, डीपीएम डॉ कुमार मनोज और केयर इंडिया से सुमित कुमार, प्रियंका और दिपिका मौजूद थी।

– बिहार से नसीम रब्बानी

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