बरेली–फतेहगंज पश्चिमी देर रात चेकिंग के दौरान पुलिस के रोकने पर एक पिकअप ने गाड़ी दौड़ा दी। शक होने पर पुलिस ने उसका पीछा किया। टोल प्लाजा पर पिकअप ने यू टर्न मारकर फरार होने लगा। जिस दौरान सिपाही पिकअप के सामने आ गया। जिसे कुचलते हुए पिकअप फरार हो गई। हादसे में सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सिपाही के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
घटना रात साढ़े तीन बजे की है। सीबीगंज के परसाखेड़ा चौकी इंचार्ज विक्रम सिंह और सिपाही संजीव कुमार रात्रि गश्त पर निकले थे। परसाखेड़ा में प्लाईबुड फैक्ट्री के पास से एक पिकअप गुजरी। पुलिस कर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन ड्राइवर ने स्पीड बढ़ा दी। पुलिस कर्मियों ने कार से उसका पीछा किया। वे उसका पीछा करते हुए फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में पहुंच गए। इस दौरान पिकअप चालक गाड़ी की गति कम करते हुए यू टर्न ले रहा था। इस दौरान सिपाही ने पिकअप के सामने आकर उसे रोकने की कोशिश की लेकिन ड्राइवर ने स्पीड बढ़ा दी और सिपाही को कुचलते हुए फरार हो गया। पुलिस कांस्टेबिल संजीव कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर अज्ञात वाहन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
वायरलैस पर क्यों नहीं दी सूचना
पशु तस्करों का वाहन का पीछा करते हुए सीबीगंज पुलिस फतेहगंज थाना क्षेत्र में पहुंच गई। इसकी सूचना न तो वायरलैस पर दी गई और न ही कंट्रोल रूम को मैसेज किया गया, जो आगे से नाकेबंदी करके पशु तस्करों को घेरा जा सकता था। इस वजह से पुलिस कर्मियों की मंशा पर सवाल उठ रहा है कि वे अकेले ही पशु तस्करों को क्यों पकडऩा चाह रहे थे? मामला उगाही से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
प्राईवेट कार से क्यों कर रहे थे गश्त
पुलिस जिस कार से पीछा कर रही थी, वह किसी की प्राईवेट संट्रो कार थी, जबकि रात्रिधिकारी (दरोगा) को गश्त को थाने से सरकारी जीप मिलती है। उसको गश्त के लिए तीन से चार सिपाही भी मिलते हैं लेकिन सीबींगज थाने के दरोगा अकेले सिपाही के साथ प्राईवेट कार से गश्त पर निकल गए। चर्चा है कि घटना के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ प्राइवेट कार में एक युवक भी था, जिसका नाम पुलिस कर्मी बताने से कतरा रहे हैं।
घटना के बाद भी नहीं किया पकडऩे का प्रयास
घटना के बाद पुलिस कर्मियों ने पशु तस्करों को पकडऩे का प्रयास ही नहीं किया। हैरत की बात है कि घटना के बाद भी दरोगा ने वायरलैस पर पिकअप को पकडऩे के लिए कोई सूचना नहीं दी और न ही पिकअप का नंबर नोट किया।
…तो क्या उगाही के खेल में मारा गया सिपाही
चर्चा है कि सिपाही अकेले ही प्राईवेट कार से एक युवक के साथ उगाही करने के लिए हाइवे पर निकला था। सिपाही का रिकार्ड मीरगंज क्षेत्र में खराब बताया जा रहा है। हालांकि खबर लिखे जाने तक उगाही के दौरान हादसा होने की पुष्टिï नहीं हो सकी थी। उगाही की शिकायतों के बाद अफसरों ने जांच शुरू करा दी है।
”पिकअप का पीछा करते समय सिपाही के साथ में दरोगा ने कंट्रोल रूम को सूचना नहीं दी, ताकि आगे नाकेबंदी कर पशु तस्करों के वाहन को रोका जा सकता था। यह दरोगा की लापरवाही है। इस मामले में कई बिंदुओं पर जांच चल रही है। लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई होगी। सिपाही को टक्कर मारने वाले पिकअप की तलाश की जा रही है।
जांच को घटना स्थल पहुंचे एस पी सिटी अभिनन्दन सिंह एवं सीओ सकेंड सीमा यादव टोल प्लाजा कैमरे की वीडियो देखी नही हुई कोई जानकारी फिर एच पी पैट्रोल पम्प का भी कैमरा देखा वहाँ भी नही मिली कोई जानकारी।साथ मे फतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी शिवदीन वर्मा भी रहे टीम के साथ।
– बरेली से सौरभ पाठक