यौन शोषण से पीडित दलित शिक्षिकाओं ने पुलिस पर प्रताड़ित का लगाया आरोप

* मिशन एकता समिति ने आंदोलन की दी चेतावनी
समिति ने गृह मंत्री से की अपील, दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कारवाई मांग
*न्याय पाने के लिए दर दर की ठोकरे खाने पर मजबूर है पीड़ित बहने
*पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामूली धाराओं के तहत किया केस दर्ज, पीडित बहने बोली, केस वापिस लेने का बनाया जा रहा है दबाव

रोहतक/हरियाणा – यौन शोषण से पीडित दलित दो शिक्षिकाओं ने पुलिस पर प्रताड़ित व आरोपी की गिरफ्तारी नहीं करने का आरोप लगाया है। पीडित बहनों ने पुलिस द्वारा प्रताडि़त करने को लेकर मिशन एकता समिति की प्रदेशाध्यक्ष कांता आलडिय़ा से मुलाकात की और सारी आपबिती बताई।
समिति की प्रदेशाध्यक्ष ने गृह मंत्री अनिल विज से अपील की है कि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कारवाई कर आरोपी को तुरन्त गिरफ्तार किया जाए। समिति ने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने जल्द आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया तो वे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर पीड़ित परिजनों के साथ धरना देने पर मजबूर होंगे।
दरअसल 21 मई, 2019 को बहुअकबरपुर स्थित एक स्कूल की दो शिक्षिका बहनों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी थी कि स्कूल के ही एक अध्यापक ने उनके साथ यौन शोषण किया है, लेकिन पुलिस ने इस संबंध में कोई कारवाई नहीं की। बाद में मामला महिला आयोग के संज्ञान में भी मामला पहुंचा तो आयोग ने इस संबंध में पुलिस को नोटिस जारी किया और कार्रवाई न करने के बारे में जबाव मांगा।
इसके बाद सदर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामूली धाराओ के तहत केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की और बल्कि पीडित शिक्षिकाओ पर ही केस वापिस लेने का दबाव बनाया। बुधवार को पीडित शिक्षका बहने मिशन एकता समिति की प्रदेशाध्यक्ष कांता आलडिया से मिली और पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी नहीं करने को लेकर आपबीती बताई।
कांता आलडिय़ा ने हैरानी जताते हुए कहा कि पुलिस का यह रवैया ठीक नहीं है। एक तरफ प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा व उत्थान की बात करती है, वहीं पुलिस थानों में महिलाओं के साथ बदसलुकी करती है। उन्होंने गृह मंत्री अनिल विज से अपील की कि वे पीडित बहनों को न्याय दिलाए। साथ ही पीड़ित बहनों के साथ बदसलुकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने आरोपी अध्यापक को गिरफ्तार नहीं तो समिति पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर धरना देने पर मजबूर होंगे।

– रोहतक से हर्षित सैनी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।