कलयुगी बेटे ने हैवानियत की हदें कर दी पार: नहीं की पुलिस ने कार्यवाही

कुशीनगर – माँ-बाप अपने बच्चों को बड़े लाड़-प्यार से पालते हैं ताकि उनका बुढापे में सहारा बनकर उनका सेवा कर सके ताकि जीवन के अंतिम क्षणों में किसी के आगे न झूझना हो और वे दर-दर की ठोकरे न खाते फिरे पर आज कल के परिवेश में एक बुजुर्ग के बेटे ने ही इस बेरहमी से पिता को पीटा की हैवानियत भी शर्मा जाए।पिता अपना मानसिक संतुलन खोकर अपनी बची-खुची जिन्दगी गुजार ही रहा था ।

ये कहानी कुशीनगर के पडरौना कोतवाली क्षेत्र की है। हैवानीयत भरा वीडियो सोसल मीडिया में आने के बाद इलाके में चर्चा व इस कार्य को लेकर लोग दुःख व्यक्त करने लगे। वीडियो में कलयुगी पुत्र अपने ही पिता को रस्सी के सहारे पेड़ से बांध कर पीट रहा है।इतना ही नहीं पिता को बचाने गये अपने भाई को भी चप्पल मारकर भगा रहा है।पिता का कसूर सिर्फ इतना है कि वह मानसिक संतुलन खो चुका हैं।कलयुगी पुत्र अपने हैवान की तरह पीटता हुआ दिखाई पड़ रहा है।हाथ पैर बंधा पिता रहम की भीख मांगता रहा लेकिन हैवान बना उसी का बेटा और उसे जमीन पर घसीटते हुए पीटता रहा।इतना ही नहीं इस कलयुगी बेटे ने पिता के नाजुक अंगो पर लात और घूसों से प्रहार करता रहा।हैरत की बात यह है कि मुहल्ले वालों की सूचना पर पहले 100 डायल की पुलिस और फिर बाद पडरौना कोतवाली पुलिस मौके पर गयी लेकिन उसने भी हैवान बेटे पर कोई कार्यवाही नहीं की।इस गंभीर मुद्दे पर जब पुलिस अधीक्षक से पक्ष लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।एसपी ने दूसरे अधिकारी से पक्ष लेने की बात अपने पीआरओ से कहलवा दिया।हैरान करने वाली बात यह है कि सरकार वृद्धजनों को सहारा देने की बात कर रही है वहीं पडरौना कोतवाली पुलिस आरोपी बेटे पर कोई कार्यवाही करने के बजाय थाने से उसे छोड़ दे रही है।

जानकारी के अनुसार पडरौना नगर के नौका टोला निवासी नूरूल इस्लाम उर्फ हत्थू की दिमागी हालत ठीक नहीं है।नूरूल की दिमागी हालत ठीक ना होने के कारण उसके बेटे मोनू और रहीम ने उसे घर से निकाल दिया लेकिन नूरूल अपने घर को भूल नहीं पा रहा है।वह अपने घर में जाना चाहता था इसीबीच उसका बड़ा बेटा मोनू उसे भद्दी – भद्दी गालियां देते हुए भगाने लगा।इसके बाद दिमागी रूप से बीमार नूरूल पास में पड़ा ईंट उठाकर उसके उपर फेंक दिया।इसके बाद मोनू के गुस्से का ठिकाना नहीं रहा उसने दौड़ाकर अपने पिता नूरूल को पकड़कर हाथ और पैर रस्सी से बांद दिये और घसीटते हुए पेड़ के पास ले गया और वहां उसने अपने ही पिता की जमकर पिटाई की।अपनी ही संतान से पिट रहा नूरूल दया की भीख मांगता रहा लेकिन उसके बेटे का दिल नहीं पसीजा।नूरूल का छोटा बेटा उसे बचाने पहुंचा तो मोनू उसे भी धमकाने लगा।मोनू मुहल्ले के लोगों को भी गांलिया दे रहा था जिससे कोई बचाने नहीं गया।मुहल्ले को लोगों ने पुलिस को फोन किया जिसके बाद पुलिस पहुंची और दोनों को लेकर थाने गयी लेकिन थाने से दोनों को छोड़ दिया।यहां तक की पुलिस घायल नूरूल का इलाज तक नहीं कराया।नूरूल की हालत गंभीर बनी हुई है।जब इस मामले पर कोतवाल से पूछा गया तो आरोपी को बचाने में लग गये।

-अनूप यादव,कुशीनगर

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