बरेली। रेलवे द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण अभियान के तहत दूसरे दिन बुधवार को शाहदाना के पास ईट पजाया चौराहा पर रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए पक्के मकानों को जेसीबी मशीन से ढहाया गया। जिसको लेकर लोगो ने अतिक्रमण हटाने के दौरान लोग अधिकारियों से कुछ दिन की मोहलत मांग कर खुद अतिक्रमण हटाने की बात कहते रहे लेकिन उनकी एक न सुनी गई। जिसके बिरोध में लोगों ने टीम को घेरकर हंगामा शुरू कर दिया। टीम ने जिसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को दी। रेलवे के अधिकारियों की सूचना पर एसपी सिटी रविंद्र सिंह ने बारादरी पुलिस को फोर्स के साथ मौके पर भेजा। जहां पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज करने को कहा। जिसके बाद हंगामा कर रही भी शांत हो गई। अतिक्रमण हटाने के दौरान भाजपा महानगर अध्यक्ष डॉक्टर केएम अरोरा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से बात कर एक सप्ताह का समय मांगा। जिसके जवाब में रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि डीएम की अनुमति पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है। उसके बाद महानगर अध्यक्ष ने डीएम को फोन करके अतिक्रमण रुकवाने को कहा है। उनका कहना है कि अगर अतिक्रमण हटाना नहीं रोका गया तो वह खुद बुलडोजर के आगे लेटकर विरोध करेंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को तीन पक्के और 20 कच्चे कब्जे हटाए गए है। दरअसल नैनीताल हाईकोर्ट से नोटिस मिलने के बाद इज्जतनगर मंडल के डीआरएम ने शाहदाना के ईट पजाया चौराहे के पास वर्षों से अतिक्रमणकारियों ने कब्जे वाली रेलवे की जमीन को खाली कराना शुरू कर दिया है। रेल प्रशासन को डर है कही बरेली में भी हल्द्वानी की गफूर बस्ती जैसी कोई बड़ी अवैध बस्ती तैयार न हो जाए। इसके लिए रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। सुरक्षा के लिहाज से आरपीएफ और जीआरपी समेत बारादरी पुलिस भी मौके पर मौजूद रहे। इस दौरान रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से चल रही डेयरियों और लकड़ी की टालो को भी हटाया जाएगा। गौरतलब है कि रेलवे अपनी इस जमीन पर कामर्शियल कॉन्प्लेक्स बनाने की योजना बना रहा है इसके अलावा इज्जतनगर से श्यामगंज की तरफ जाने वाली बिना प्रयोग रेल लाइन को हटाकर वहां फोरलेन सड़क बनाना भी प्रस्तावित है।।
बरेली से कपिल यादव