सहारनपुर- पांच सदस्यीय विधान परिषद समिति ने आज अपेक्षित अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण बैठक निरस्त कर विधान परिषद में गैर हाजिर अधिकारियों को तालाब करने की बात समिति के सभापति एम एल सी एवम पूर्व मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह जसाला ने कही है। सर्किट हाउस में पहुंची पांच सदस्य समिति ने विधान परिषद के 16 तारांकित/अतारांकित प्रश्नों का संदर्भ लेना था जिसके संबंध में जब ज़िले के दोनों वरिष्ठ अधिकारियों के संबंध में जानकारी चाही गयी तो उन्हें अवगत कराया गया कि आज तहसील दिवस के अतिरिक्त समाधान दिवस भी है, जिस पर एम एल सी आशु मालिक ने कहा कि इसकी जानकारी 15 दिन पूर्व प्रशासन को भेज दी गयी थी और अगर कुछ परिवर्तन करना भी था तो समय रहते किया जाना चाहिए था, एम एल सी राम सकल गुर्जर ने पूछा कि पी डी आये है, जवाब नही में मिलने पर डी सी ओ के बारे में पूछा गया जब उनकी भी अनुपस्थिति की जानकारी मिली तो उपस्थित 13 अधिकारियों की हाज़री लगाने को कहा गया, इसी बीच सी डी ओ का प्रवेश होता है तो सभापति चौधरी वीरेंद्र सिंह कहते है कि विगत 40 वर्षों में पहली बार ऐसी घोर लापरवाही देखने को मिली है, कल शामली में भी कोरम पूरा था लेकिन यहां अधिकारी वर्ग निरंकुश हो गया है और लापरवाही से बाज़ नही आ रहा है। सी डी ओ ने नगर मजिस्ट्रेट को अनुपस्थित अधिकारियों को बुलाने और समिति को आश्वस्त करने का प्रयास किया और नगर मजिस्ट्रेट ने प्रयास भी किये परंतु उसके बाद पी डी एवम डी डी के बारे में पूछा गया जिस पर उनकी भी अनुपस्थिति के बाद तो सभापति ने कहा कि मीटिंग का औचित्य ही नही रह गया है, ये समझ क्या रहे हैं, प्रदेश के उच्च सदन की समिति को सबको लखनऊ तलब किया जाएगा, तब पता चलेगा और कार्यवाही को पटल पर रखकर कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी। उन्होंने 13 नम्बर पर अंकित गन्ना किसानों के संबंध में जवाब देने वाला कोई नही होने की बात कही तो सी डी ओ ने कहा कि लिखित में जवाब भिजवा दिया जाएगा जिस पर चौधरी वीरेंद्र सिंह जसला ने कहा कि फिर तो समिति को आने की भी ज़रूरत नही थी, क्यों? इस बीच बसा एम एल सी महमूद एम डी ने प्रश्न नम्बर1 के संबंध में पूछा तो बताया गया कि सहारनपुर में कोई चेक पोस्ट नही है, केवल रमाला मुज़फ्फर नगर में है, लेकिन इसी बीच बैठक समाप्त होने की घोषणा करके अपने कक्ष में चले गए जहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राम सकल गुर्जर एम एल सी को महत्वपूर्ण जगह जसना था परंतु वह गंभीरता को समझते हुए समय निकाल कर यहां आए। उन्होंने कहा कि अब शाम 5 बजे की मीटिंग करने की बात कही जा रही है जबकि 2 बजे तहसील दिवस समाप्त हो जाने के भी 55 मिनट बाद मीटिंग देर से शुरू की गई लेकिन अधिकारियों का पता नही है, इसी बीच जिलाधिकारी पी के पांडे एवम एस एस पी बबलू कुमार भी सर्किट हाउस पहुंच गए। समिति में उमर अली खान भी पांचवे सदस्य के रूप में मौजूद रहे और प्रशासनिक स्तर पर सत्ता धरि दाल के सांसद एवम मंत्री को भी तीन घंटे प्रतीक्षा करने वेस्ले स्थानीय प्रशासन की जन प्रतिनिधियो की उपेक्षा किये जाने की बात कही जिस पर चौधरी वीरेंद्र सिंह जसाला ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सहारनपुर नेतृत्व विहीन हो गया है जो स्थानीय प्रशासन किसी को भी कुछ समझ नही रह है और प्रदेश के सी एम जन प्रतिनिधियो के सम्मान की बात कह रहे है, लेकिन यहां तो उल्टी गंगा बह रही है।
-अरविंद नैब पत्रकार