मुज़फ्फरनगर /रोहाना- जनपद मुज़फ्फरनगर में कोरोना की लड़ाई में बचाव के यूँ तो जिले के आलाधिकारी तमाम दावे करते नजर आ रहे हैं लेकिन बावजूद इसके उनके अधीनस्थ ही उनके आदेशों को ताक पर रखते नजर आ रहे है ।
मामला भी कुछ ऐसा की एक बैंक में स्थानीय लोगों की इतनी जबरदस्त भीड़ देखने को मिली तो वहीं साथ ही साथ सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क की भी किसी ने परवाह नही की ।
यहां तक की चौकी भी नजदीक और और चौकी इंचार्ज भी नजदीक मगर किसी को शायद यह भीड़ नजर नही आई क्या अब कोरोना शहर से हटकर गांव की तरफ रुख करने वाला है?
या ग्रामीण क्षेत्रों में इसका असर नही होता या फिर जानबूझकर इतनी भीड़ बधाई जा रही है जिसे न बैंक कर्मचारी कंट्रोल कर रहे और न स्थानीय पुलिस क्या कोरोना ग्रामीणों को नही हो सकता?
आखिर जिले के आलाधिकारियों के आदेश रोहाना चौकी पुलिस क्यों नही मानती क्या चौकी पुलिस को आलाधिकारियों के आदेशानुसार कार्य नही करना चाहिए ? ग्रामीणों को भी सोच समझना चाहिए इतनी भीड़ लगाने से पहले और चन्द रुपयों से पहले अपनी सुरक्षा के प्रति भी जागरूक हों।
ये एक बड़ा सवाल है लिखने को तो खबर बहुत बड़ी है लेकिन शायद आप खुद ही विडियों देखकर समझ जाएँ की आखिर गलती किसकी और कहाँ है ।
रिपोर्ट भगत सिंह